• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

होलाष्टक – ये 8 दिन होते है अशुभ जानिए क्या करें और क्या नहीं

Jai Prakash by Jai Prakash
09/03/2022
in धर्म
0
Holashtak

Holashtak

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। होली से पहले वाले आठ दिनों को अशुभ माना जाता है। इन दिनों में कोई शुभ काम नहीं करते। इन्हें ही होलाष्टक (Holashtak) कहते हैं। जो इस बार 10 से 17 मार्च, गुरुवार तक रहेगा। इन दिनों में भगवान कृष्ण के मंदिरों में विशेष पूजा-श्रंगार के साथ उत्सव मनाए जाते हैं। भक्ति और पूजा-पाठ के नजरिये से तो ये समय खास होता है। लेकिन इन दिनों को अशुभ मानने के पीछे दो कथाएं बताई जाती हैं। जिनमें एक शिवजी से जुड़ी है। दूसरी, भगवान विष्णु और उनके भक्त प्रह्ललाद (Prahlad)  से।

जानिए क्या है होलाष्टक (Holashtak)  को अशुभ मानने की वजह…

पौराणिक कथाओं के अनुसार, प्रह्लाद (Prahlad) बचपन से ही भगवान विष्णु के अनन्य भक्त थे। ये देख उनके पिता हिरण्यकश्यप ने उनके गुरु से कहा, कुछ ऐसा करो कि ये विष्णु का नाम रटना बंद कर दे। बहुत कोशिश के बाद भी गुरु असफल रहे। तब असुर राज ने पुत्र की हत्या का आदेश दे दिया। प्रह्लाद (Prahlad)  को जहर पिलाया, तलवार से प्रहार किया, नाग के सामने छोड़ा, हाथियों से कुचलवाना चाहा, लेकिन हर बार भगवान ने प्रह्लाद की जान बचाई।

होली का रंग ‘ठंडाई-खजूर फिरनी’ के संग

मान्यता है कि होली से पहले के आठ दिन यानी अष्टमी से पूर्णिमा तक प्रहलाद (Prahlad)  को काफी यातनाएं दी गई थीं। इसी की याद में होलाष्टक (Holashtak)  मनाया जाता है। अंत में होलिका ने प्रह्लाद को लेकर अग्नि में प्रवेश किया, लेकिन प्रह्लाद (Prahlad)  बच गए और वह खुद जल गई।

एक अन्य कथा के अनुसार हिमालय पुत्री पार्वती चाहती थीं कि उनका विवाह भोलेनाथ से हो, लेकिन शिवजी अपनी तपस्या में लीन थे। तब कामदेव पार्वती की सहायता को आए। उन्होंने प्रेम बाण चलाया और शिव की तपस्या भंग हो गई। शिवजी को क्रोध आया और उन्होंने अपनी तीसरी आंख खोल दी। कामदेव का शरीर उनके क्रोध की ज्वाला में भस्म हो गया। फिर शिवजी ने पार्वती को देखा। पार्वती की आराधना सफल हुई और शिवजी ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया।

होली पर बनाए ‘मेवेदार नटखट गुजिया, नोट करें आसान रेसिपी

इस वजह से पुराने समय से होली की आग में वासनात्मक आकर्षण को प्रतीकात्मक रूप से जलाकर सच्चे प्रेम के विजय का उत्सव मनाया जाता है। जिस दिन शिव ने कामदेव को भस्म किया था वह दिन फाल्गुन शुक्ल अष्टमी थी। तभी से होलाष्टक की प्रथा शुरू हुई।

होलाष्टक (Holashtak) के 8 दिनों के दौरान खासतौर पर शादियां, गृह प्रवेश, मुंडन और अन्य शुभ कामों को करने की मनाही होती है। साथ ही इस दौरान अंतिम संस्कार को छोड़ सभी संस्कारों की मनाही होती है। होलाष्टक के दौरान सगाई, गोद भराई और ग्रह शांति भी नहीं की जाती है। इन दिनों में बहु या बेटी अपने माता-पिता के घर भी नहीं जाती है।

इस बार होली पर बनाएं भांग के पकवान, लोग करेंगे एंजॉय

होलाष्टक (Holashtak)  में स्नान-दान, जाप, देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए। इन दिनों में भक्त प्रह्ललाद ने भगवान विष्णु की आराधना की थी इसलिए विष्णु पूजा का विशेष विधान ग्रंथों में बताया है। इस दौरान भजन-कीर्तन, वैदिक अनुष्ठान और यज्ञ करने चाहिए ताकि कष्टों से मुक्ति मिल सके। होलाष्टक में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से हर तरह के रोग और कष्टों से छुटकारा मिलता है और उम्र बढ़ती है।

Tags: #happy Holihappy holi 2022happy holi imageshappy holi picsHolashtak 2022Holashtak dateHolashtak from 2 MarchPrahladWhat is Holashtak
Previous Post

यूक्रेन से लौटे गोरखपुर के छात्रों से मिले सीएम योगी, बोले- मानसिक रूप से अपने आपको सशक्त रखिए

Next Post

ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म ‘शर्माजी नमकीन’ का पहला पोस्टर रिलीज

Jai Prakash

Jai Prakash

District CorrespondantSiddharthnagarwww.24GhanteOnline.com

Related Posts

Surya Dev
धर्म

करें सूर्य चालीसा का पाठ, जीवन में भर जाएगी सुख-समृद्धि

21/09/2025
Sarva Pitru Amavasya
धर्म

तुलसी का पौधा बार-बार सूख जाता है, तो ये वजह हो सकती है जिम्मेदार

21/09/2025
Akhand Jyot
Main Slider

शारदीय नवरात्रि में प्रज्वलित करें अखंड ज्योति, तो जानें नियम और महत्व

21/09/2025
Navratri
Main Slider

नवरात्रि शुरू होने से पहले ले आएं पूजन की मुख्य सामग्री, यहां देखें पूरी लिस्ट

21/09/2025
Surya Grahan
धर्म

सूर्य ग्रहण से इन राशियों में मचेगी उथल-पुथल

21/09/2025
Next Post
ऋषि कपूर

ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन' का पहला पोस्टर रिलीज

यह भी पढ़ें

संदिग्ध परिस्थितियाें में हुई महिला की मौत, तीन हत्यारोपी गिरफ्तार

30/07/2021
Spa centers

स्पा सेंटरों पर कसेगा शिकंजा, तेल-दवा रखने के लिए लेना होगा लाइसेंस

18/05/2023

इन मंत्रों के साथ करें भोलेनाथ की पूजा, मिलेगा मनचाहे साथी का आशीर्वाद

15/03/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version