महिला को चेंबर में बंद करके गैंगरेप की घटना को अंजाम देने, मारपीट कर महिला के दांत तोड़ देने और जान से मारने के प्रयास के आरोप में रामपुर में तैनात पूर्व इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही घटना की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया है।
गंज थाने में पूर्व में तैनात इंस्पेक्टर रामवीर सिंघ यादव सहित चार लोगों के खिलाफ मामला महिला आयोग के संज्ञान लेने पर दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर रामवीर सिंघ यादव संभल में तैनात हैं जिन्हें अब निलंबित कर दिया गया है ।
अधिकृत सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि रामपुर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली महिला माधुरी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रामपुर आगमन से ठीक एक दिन पहले अपना वीडियो वायरल करके न्याय की गुहार लगाई थी। साथ ही कहा था कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आत्महत्या कर लेगी। इस मामले में महिला आयोग द्वारा संज्ञान लेने पर जिला पुलिस हरकत में आ गई और तुरंत आरोपी पूर्व इंस्पेक्टर समेत चार लोगों पर गैंगरेप का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल मामला सात महीने पहले का है जब डॉक्टर रामवीर सिंह यादव थाना गंज में तैनात थे इंस्पेक्टर रामवीर सिंह यादव व उनके एक अन्य साथी पर अस्पताल के चेंबर में बंद करके माधुरी सिंह ठाकुर ने गैंगरेप का आरोप लगाया था साथ ही उसने अपनी तहरीर में कहा है कि दोनों ने उसे राम से मारने की नियत में दो अन्य लोगों को माधुरी सिंह ठाकुर को सौंप दिया। गाड़ी में डालकर ले जाते समय रास्ते में पुलिस दिखाई देने पर आरोपी महिला को बीच रास्ते में फेंक कर फरार हो गए।
रामवीर सिंह यादव (पूर्व प्रभारी थाना गंज) वहां आए और अस्पताल संचालक विनोद कुमार यादव से सांठ गांठ कर पीड़िता को चेंबर मे बुलाकर चेंबर बंद कर दिया। फिर पीड़िता के साथ बारी बारी रेप किया तथा मारपीट की जिसके कारण पीडिता के चार दांत भी टूट गए l पीडिता के मुताबिक सारी घटना अस्पताल मे लगे सीसीटीवी कैमरे मे भी कैद है।
पीडिता ने कहा कि मुझसे कुछ सादे कागज पर भी साइन कराए।
पीडिता के मुताबिक विनोद ने पीडिता का मकान भी क्रय किया था और ये कहा था इसका रुपया बाद में देगा मगरवो रुपया भी हड़प कर गया। गंज थाने में आरोपियों के खिलाफ धारा 376 डी,323. 326. 506. 406 मे मुकादमा दर्ज किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ संसार सिंह ने बताया कि रामवीर सिंह यादव वर्तमान में संभल में तैनात हैं और एसपी संभल द्वारा उन्हें निलंबित कर दिया गया है। एसपी संभल द्वारा मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन भी कर दिया गया है ।