तिरुवनंतपुरम। केरल में भले ही सत्तारूढ़ लेफ्ट और कांग्रेस के बीच हमेशा से तनातनी रही हो लेकिन मोदी सरकार के एक फैसले ने दोनों ही पार्टियों को एकमत कर दिया है। दोनों ही पार्टियां केरल के त्रिवेंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को निजी हाथों में सौंपे जाने का विरोध कर रही हैं।
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हालांकि इन सबके बीच हमेशा से मोदी सरकार पर हमलावर रहने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर के तेवर बदले हुए नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने पार्टी लाइन से अलग होकर बगावती तेवर दिखाए हैं और मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट को अडानी ग्रुप को लीज पर दिए जाने के फैसले के खिलाफ मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में कांग्रेस नेतृत्व वाले UDF और लेफ्ट के LDF के नेता शिरकत करने पहुंचे थे। हालांकि इस बैठक से कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पूरी तरह से दूरी बना ली।
यही नहीं शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा, तिरुवनंतपुरम के इतिहास, यहां की क्षमता और स्टेटस को देखते हुए स्थानीय लोग फर्स्ट क्लास एयरपोर्ट के हकदार हैं। मैं तो कहूंगा कि इस फैसले के लेने में देरी हुई है। थरूर ने कहा कि वह ऐसे नेता नहीं हैं जो मतदाताओं से कुछ और कहें और बाद में राजनीतिक सुविधा के हिसाब से अपनी बात से पलट जाएं।
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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट की बैठक में देश के 3 एयरपोर्ट को 50 सालों के लिए निजी हाथों में सौंपने का फैसला किया गया है। मोदी सरकार के इस फैसले में जयपुर, गुवाहाटी और त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट को पीपीपी मॉडल के जरिए 50 साल के लिए लीज पर देने का फैसला लिया गया है, जिसका केरल सरकार कांग्रेस के साथ मिलकर विरोध कर रही है।