उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झांसी पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार को शराब की तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड करते हुए एक गोदाम से लगभग 2500 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की, जिसकी बाजार कीमत लगभग एक करोड बतायी जा रही है।
यहां पुलिस लाइन में पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सदर (एसपी-सिटी) विवेक त्रिपाठी ने पत्रकारों को बताया कि अवैध शराब का निर्माण और बिक्री पर रोक के लिए चलाये जा रहे अभियान के क्रम में एसटीएफ लखनऊ की जानकारी के अनुसार झांसी मजिस्ट्रेट, जिला आबकारी प्रभारी और थाना सीपरी बाजार पुलिस की संयुक्त टीम ने अंतरराज्यीय स्तर पर अवैध शराब की तस्करी करने वाले गिरोह के पांच तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 2481 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गयी जिसकी बाजार कीमत लगभग 01 करोड रूपये आंकी जा रही है।
यूपी एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि हरियाणा के बनी शराब को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व बिहार आदि राज्यों में सप्लाई किया जा रहा है। इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में टीम लगातार जुटी थी इसी बीच खबर मिली कि चंडीगढ़ और हरियाणा से तस्कर फर्जी कागजात और बिल्टी लेकर ट्रक में भरकर अवैध शराब झांसी के सिमरधा गांव में बने एक गोदाम में लायी जा रही है।
टीम ने इस गोदाम पर छापामार कर पांच तस्करों परमजीत निवासी थाना बलदेवनगर जिला अम्बाला हरियाणा, हरपाल सिंह निवासी नग्गड़ थाना जिला अम्बाला हरियाणा और प्रतापगढ जिले के रहने वाले कृपाशंकर , मनोज यादव और धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार किया। गोदाम से 2481 पेटी शराब बरामद की गयी। झांसी के गोदाम में लायी गयी शराब को यहां से दूसरे राज्यों में भेजा जाता था। कई बार बोतलों के लेबल भी बदल दिये जाते थे। बरामद शराब में इम्पीरियल ब्लू, ब्लू स्ट्रोक, कैप्टन ब्लू ब्रांड की बोतलें शामिल हैं।
एसपी सिटी ने बताया कि यह सिंडिकेट कुछ इस तरह से काम करता था कि चंडीगढ़ और हरियाणा में बनी शराब को यह गैंग अरूणाचल प्रदेश भेजने के लिए रवाना करता था और फिर उसे बीच में झांसी में उतार लिया जाता था। यहां गोदाम में उनके लेबल , होलोग्राम आदि बदलकर मध्य प्रदेश और बिहार आदि राज्यों में भेजा जाता था।
इस रैकेट का भंड़ाफोड करने वाली टीम में डीएसपी एसटीएफ दीपक कुमार सिंह, मजिस्ट्रेट झांसी देवेंद्र प्रताप, जिला आबकारी अधिकारी पी के गोयल , सीपरी बाजार प्रभारी निरीक्षक ए के सिंह चौहान व उनकी टीम और आबकारी निरीक्षक शिशुपाल सिंह व उनकी टीम शामिल रही।