श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। घाटी में आतंकी गैर कश्मीरियों पर लगातार हमला कर रहे हैं। इन टारगेट किलिंग्स के बाद घाटी से कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) बड़े पैमाने पर सामूहिक पलायन (mass escape) की तैयारी में जुट गए हैं। इसी मुद्दे पर आज गृह मंत्री अमित शाह NSA अजित डोभाल के साथ बैठक करेंगे।
इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, DGP दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, CRPF के महानिदेशक कुलदीप सिंह और SSB के प्रमुख भी शामिल होंगे। गुरुवार को भी शाह ने डोभाल के साथ बैठक की थी।जम्मू पहुंचने की कोशिश कर रहे कश्मीरी पंडित
अनंतनाग के मट्टन में गुरुवार को आतंकी हमलों से डरे पंडित अपना सामान लेकर जम्मू के बनिहाल जाने की कोशिश में जुट गए हैं। जम्मू-कश्मीर में PM पैकेज के तहत कर्मचारी अमित कौल ने बताया कि हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। आज 4 लोगों की हत्या हुई है, इसके चलते 30-40 परिवार शहर छोड़कर जा चुके हैं। सरकार हमारी मांग पूरी नहीं कर रही है, श्रीनगर में कोई भी सुरक्षित जगह नहीं है।
Jammu, J&K | Situation is getting worse. 4 killings took place today. 30-40 families have left the city. Our demand was not fulfilled. Their (govt’s) safer places are within the city only, no safe place is available in Srinagar, said Amit Kaul, an employee under PM package pic.twitter.com/tOy8d6BGGl
— ANI (@ANI) June 2, 2022
कर्मचारियों को सुरक्षित जगह तैनात करने का फैसला
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने खतरे की आशंका में कश्मीरी प्रवासियों और जम्मू संभाग के अन्य कर्मचारियों को 6 जून तक सुरक्षित स्थानों पर तैनात करने का फैसला लिया है। इसके बाद भी प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नियोजित कर्मचारियों का आक्रोश कम नहीं हुआ। जम्मू में बड़ी संख्या में डेरा डालने वाले कर्मचारियों का आरोप है कि टारगेट बनाकर कर्मचारियों की हत्याएं की जा रही हैं।
आतंकियों का एक और हमला, अब प्रवासी मजदूरों को बनाया निशाना
22 दिन में 9वीं टारगेट किलिंग, इनमें 5 हिंदू थे
कश्मीर में इस साल 20 नागरिकों की हत्या हो चुकी है। इनमें से 9 हत्याएं पिछले 22 दिन में हुईं, जिसमें 5 हिंदू और 3 सुरक्षाबलों के जवान थे। ये जवान छुट्टी पर घर आए थे। आतंकियों ने एक टीवी एक्टर की भी हत्या कर दी थी। इन टारगेट किलिंग्स के बाद लोगों में दहशत है और वे घाटी के बजाए जम्मू में रहना चाहते हैं।