उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में नियंत्रण रेखा के करीब गुरेज के किलशाही गांव में भीषण आग लगने से 14 घर जल कर खाक हो गये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकरी दी। शुरुआती रिपोर्ट में पता चला कि इस घटना में 10 परिवारों के 14 घर पूरीतरह नष्ट हो गये।
जिला प्राधिकरण ने कहा कि इस आग में पूरी या आधी तरह से क्षतिग्रस्त तथा इससे प्रभावित परिवारों का समय पर उचित मूल्यांकन किया जा रहा है। जिला प्राधिकरण परिवारों को जल्द से जल्द राहत देने के लिए भी काम कर रहा है।
गुरेज के उप प्रशासनिक डिविजन की एक टीम ने प्रभावित परिवारों के तुरंत सहायता के लिए कंबल, बर्तन, खाने की साम्रग्री के साथ साथ पैसे भी वितरित किए हैं। टीम का बांदीपोरा के राजस्व सहायक आयुक्त नेतृत्व कर रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि राजस्व, पशु और भेड विभाग संपत्ति की क्षति की भरपाई के लिए एसडीआरएफ के तहत मुआवाजा देने के लिए काम किया जा रहा है।प्रभावित परिवारों को जरुरत के हिसाब से दूसरी जगह ले जाया गया है।
आपातकाल विभाग के प्रवक्ता ने बताया आग पहले एक घर में लगी जिसके बाद इसने देर रात कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया
उन्होने कह कि केलशाय गांव बांदिपोरा में तुलिल घाटी से 25 किलोमिटर दूर है। गांव में किसी भी प्रकार की कोई सड़क नहीं है ना ही किसी प्रकार की कोई वायरलेस कनेक्टिविटी है। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन दल पैदल तुलियाल घाटी में पहुंचा और आग पर काबू पाया।
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आग से कितनी संपत्ती की नुकसान हुयी इसका पता नहीं लग पाया है। वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मुआयना करने के लिए मौके पर पहुंच गये हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्विट संदेश में लिखा,“बहुत दुखद, मै आशा करता हुँ कि स्थानीय प्रशासन जल्द से जल्द राहत बचाव का कार्य करे क्योंकि इस समय उस जगह बहुत अधिक ठंढ है।”