लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को हाथरस मामले में सीबीआई जांच या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच किये जाने की मांग की है। मायावती ने सुबह ट्वीट किया कि हाथरस के जघन्य सामूहिक दुष्कर्म काण्ड को लेकर पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है। इसकी शुरूआती जांच रिपोर्ट से जनता सन्तुष्ट नहीं लगती है।
2. साथ ही, देश के माननीय राष्ट्रपति यू.पी. से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में ख़ासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दखल देने की भी उनसे पुरज़ोर अपील। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2020
उन्होंने कहा कि अतः इस मामले की सीबीआई से या फिर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिये, बसपा की यह मांंग है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि साथ ही, देश के माननीय राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में खासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दखल देने की भी उनसे पुरजोर अपील।
सीएम योगी ने एसपी, सीओ समेत कई अधिकारियों को किया सस्पेंड
आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कई अधिकारियों को सस्पेंड किया है। मुख्यमंत्री ने हाथरस की घटना की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की थी। एसआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाही और ढिलाई बरतने के आरोप में पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम शब्द, तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगवीहर सिंह, हेड मुहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया है। विनीत जायसवाल को हाथरस का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। इस मामले में सभी आरोपियों का नार्को परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए हैं।