2022 के पहले चुनावी समर में चुनाव अभियान की शुरुआत कर रहा एआईएमआईएम मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र रुदौली से वोटरों को साधने की कोशिश कर रहा है।
इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं, लेकिन उससे पहले ही अयोध्या के संतों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर ओवैसी ने हिंदू भावनाओं का किसी तरह भी अपमान किया, तो उनकी गर्दन काट ली जाएगी।
इससे पहले, ओवैसी के सम्मेलन में जारी पोस्टरों में अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखे जाने पर भी संत समाज आपत्ति जता चुका है।
बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले ओवैसी को अयोध्या के संतों ने नसीहत दी कि बाबरी मस्जिद का नाम भी यहां न लें। अयोध्या के तपस्वी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने ओवैसी से साफ शब्दों में कहा, ‘यदि किसी भी तरीके से भगवान राम या अयोध्या का अपमान करेंगे, तो उनकी गर्दन काट ली जाएगी। मैं चैलेंज लेता हूं।’ इतना ही नहीं, राम मंदिर समर्थक व मुस्लिम समाज के कार्यकर्ता अनीश खान ने कहा, ‘भगवान राम के लिए अगर ओवैसी किसी भी तरीके का भड़काऊ भाषण देंगे, तो वह ठीक नहीं होगा।’
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तपस्वी पीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी ओवैसी बाबरी का राग अलापते रहते हैं।‘ ओवैसी को यह बताना चाहता हूं यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की धर्म नगरी है, यहां मर्यादित शब्दों का ही प्रयोग करें। राम के विषय में किसी भी तरीके का भड़काऊ भाषण दिया या अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया तो असदुद्दीन ओवैसी की गर्दन भी कटेगी।’ आचार्य ने बाबर को ‘आतंकवादी’ और ‘लुटेरा’ कहते हुए अयोध्या की धरती पर उसका नाम लेना भी वर्जित बताया।
दूसरी ओर, राम मंदिर समर्थक अनीश खान उर्फ बबलू ने अयोध्या को गंगा जमुनी तहजीब की नगरी बताकर कहा कि ओवैसी यहां भड़काने की कोई भी कोशिश न करें। बबलू ने सीधे शब्दों ओवैसी को चेताया, ‘अगर आपने बाबर या बाबरी का कोई नाम यहां लिया या हिंदू मुसलमान को भड़काने का काम किया, तो मैं चेतावनी देता हूं कि अयोध्या का मुस्लिम आपको छठी का दूध याद दिला देगा।’