देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने चंपावत उपचुनाव में रिकार्ड जीत दर्ज करते हुए अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को 55,025 मतों से शिकस्त दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) को बधाई दी ।
पीएम मोदी (PM Modi) ने सीएम धामी (CM Dhami) को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) को बधाई दी और विश्वास जताया कि इस पहाड़ी प्रदेश की प्रगति के लिए वह और कड़ी मेहनत से काम करेंगे।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, उत्तराखंड के प्रभावशाली मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चंपावत से रिकार्ड मतों से जीत हासिल करने पर बधाइयां। मुझे भरोसा है कि उत्तराखंड की प्रगति के लिए वह और कड़ी मेहनत से काम करेंगे। मैं चंपावत की जनता को भाजपा पर विश्वास जताने के लिए धन्यवाद देता हूं और अपने कार्यकर्ताओं के परिश्रम की सराहना करता हूं।
Congratulations to Uttarakhand’s dynamic CM @pushkardhami for the record win from Champawat. I am confident he will work even harder for the progress of Uttarakhand. I thank the people of Champawat for placing their faith in BJP and laud our Karyakartas for their hardwork.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 3, 2022
धामी (CM Dhami) ने चंपावत की जनता को जीत के लिए दिया धन्यवाद
धामी (CM Dhami) ने चंपावत की जनता को जीत के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,’प्रिय चंपावतवासियों, चंपावत उपचुनाव में आपके द्वारा वोटों के माध्यम से बरसाए गए प्रेम व आशीर्वाद से मन अत्यंत भावुक है, निशब्द हूं।’ उत्तराखंड में 23 मार्च को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले धामी को छह माह के अंदर विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना जरूरी था जिसके लिए चंपावत उपचुनाव हुआ।
चंपावत उपचुनाव: सीएम धामी की ऐतिहासिक जीत, बोले- जनता का आभारी हूं
हाल में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का इतिहास रचा लेकिन जीत की अगुवाई करने वाले धामी स्वयं खटीमा से हार गए थे। धामी के उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ करने के लिए कैलाश गहतोड़ी ने 21 अप्रैल को अपनी विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।