उत्तर प्रदेश में संतकबीरनगर जिले के धनघटा तहसील में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने तहसीलदार के पद नाम के खाते का चेक चुराकर दो लाख 65 हजार 500 रूपये उड़ा लिया।
बैंक से इस ट्रांजेक्शन की जानकारी होने के बाद एसडीएम और तहसीलदार ने उक्त धनराशि को खाते में वापस कराया। इस मामले में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सत्य प्रकाश तथा महुली थाना क्षेत्र के ग्राम धायपोखर निवासी दंपति को हिरासत में लिया गया है।
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जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने इस मामले में तहसीलदार(न्यायिक) धनघटा को 48 घण्टे में जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
प्रभारी निरीक्षक धनघटा आर.के. गौतम ने बताया कि तहसीलदार धनघटा श्रीमती वंदना पाण्डेय ने सूचना दी कि उनके पद नाम के खाते के चेकबुक में से चार चेक चुरा लिया गया है। एक चेक से 02 लाख 65 हजार पांच सौ रूपये ग्राम धायपोखर निवासिनी यशोदा देवी पत्नी चम्मन के पीएनबी सिकटहा के खाते में भेज दिया गया। इसका मैसेज उनके मोबाइल फोन पर आया तब उन्हें जानकारी हुई।
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तहसीलदार का आरोप है कि धनघटा तहसील में तैनात रहे चेनमैन (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) सत्य प्रकाश ने ही उक्त चेक चुराया और उसका दुरुपयोग किया। उक्त कर्मचारी धनघटा से खलीलाबाद तहसील में स्थानांतरित हो चुका है लेकिन अक्सर वह धनघटा में देखा जाता है। उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दूसरी तरफ जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मामले की जांच की जिम्मेदारी तहसीलदार (न्यायिक) को सौंपी है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में अन्य कई लोगों की भूमिका संदिग्ध है।