कानपुर में बुधवार रात एक वरिष्ठ वकील की घर के दरवाजे पर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने वकील को दरवाजे पर बुलाकर गोली मार दी। कानपुर में पांच दिन के अंदर वकील की ये दूसरी हत्या का मामला है। इस घटना के बाद से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। हत्यारों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। वकील के परिजन का आरोप है कि शहर के बड़े बिल्डर एनआरआई सिटी वालों से विवाद चल रहा था। वे जबर्दस्ती हमारी जमीन खरीदना चाहते थे।
शहर के नबाबगंज इलाके में रहने वाले राजाराम वर्मा कानपुर कचहरी में वकील थे। परिजन के अनुसार, वह पहले आईआईटी में रजिस्ट्रार थे। रिटायर होने के बाद उन्होंने वकालत शुरू की थी। उनके घर में तीन लोग वकील हैं। राजाराम को रात लगभग आठ बजे के करीब किसी ने घर पर आकर बाहर बुलाया था। वह जैसे ही दरवाजे के बाहर आए, हत्यारों ने सीधे कनपटी पर गोली मार दी।
वकील के परिजन उनको प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। वकील के घरवालों का कहना है कि उन्होंने हत्यारे को देखा नहीं है, लेकिन पिता का एनआरआई सिटी वालों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। वे जबर्दस्ती हमारी जमीन लेना चाहते थे।
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बता दें कि 17 दिसंबर को कानपुर कोर्ट में बार एसोसिएशन के चुनाव में वकील गौतम दत्त की हत्या कर दी गई थी। राजाराम की हत्या की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जांच की। डीसीपी का कहना है कि करीब साढ़े सात बजे किसी ने वकील को बाहर बुलाकर गोली मारी है, इसकी जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। देर रात तक परिजन ने कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी थी।
मृतक की बेटी बब्बी ने कहा, किसी ने पापा को दरवाजे पर बुलाकर गोली मार दी थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले गए, जहां उनकी मौत हो गई। हमने किसी को देखा नहीं।