लखनऊ। शाहजहांपुर में जलाई गई छात्रा को गंभीर स्थिति में परिवारजन मंगलवार को तड़के करीब तीन बजे सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस बारे में आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को जानकारी भी दी है। छात्रा 60 फीसद तक झुलस गई है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। लिहाजा उसे शीघ्र केजीएमयू के बर्न सेंटर में रेफर किया जा सकता है।
सिविल अस्पताल के डाक्टरों के मुताबिक परिवारजन लोकल पुलिस के साथ तड़के लेकर छात्रा को यहां पहुंचे थे। उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। डॉक्टर आरपी सिंह उसके स्वास्थ्य की निगरानी रख रहे हैं। छात्रा का हाथ, चेहरे, पेट, गला जला हुआ है। गले में ज्यादा झुलसन होने की वजह से उसे लिक्विड इत्यादि निगलने में भी परेशानी हो रही है।
इसलिए उसे हायर सेंटर रेफर करने की जरूरत पड़ेगी। इस संबंध में वरिष्ठ डॉक्टरों से सलाह ली जा रही है। परिवारजनों को सूचित करने व उनकी रजामंदी के बाद छात्रा को जल्द से जल्द हायर सेंटर शिफ्ट कराया जाएगा। फिलहाल वह होश में नहीं है।
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ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि शाहजहांपुर में बीए की छात्रा को जिंंदा जलाने के बाद सोमवार की शाम रिंगरोड पर जली अवस्था में मिली थी। वह कॉलेज पढऩे गयी थी, जिसके बाद उसे किसने जलाया और वह रिंगरोड कैसे पहुंची इस बात की जानकारी अभी तक नहीं हो सकी है। पुलिस अफसरों के अनुसार अपने पिता के साथ कॉलेज पहुंची छात्रा गेट के अंदर लगभग 11.30 बजे दाखिल हुई।
करीब आधा घंटे रुकने के बाद छात्रा कॉलेज के पीछे वाले गेट से बाहर निकलते हुए दिखाई दी। इसके बाद छात्रा की कोई जानकारी नहीं हो सकी। बेटी को क्लास कराने लाया पिता कॉलेज के मुख्य गेट पर ही बेटी के बाहर आने का इंतजार करता रहा। जब शाम को कॉलेज छूटा तो निकलने वाली सहपाठी छात्राओं से जानकारी की तो पता चला कि वह कॉलेज में 12 बजे तो दिखी थी लेकिन उसके बाद से वह उसे कॉलेज में नजर नहीं आई। वह कॉलेज से कब बाहर निकली इस बात की भी जानकारी उसकी साथी छात्राओं को नहीं हो सकी।