छल छलाई आंखों से विभिन्न क्षेत्रों से आए लाभार्थियों ने अपने खराब दिनों के अनुभव साझा किए, और साथ ही योजना के महत्व पर रोशनी डाली। यहां बुरे दिनों के संघर्ष की भी तस्वीर खिंची तो बीमारी पर विजय का उल्लास भी साफ दिखा। यहां जानकारों ने योजना के क्रियान्वयन में आ रही व्यवहारिक दिक्क्तों और उनके समाधान के सुझाव रखे।
रूद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी जनपद निवासी सुमित्रा देवी, पिंकी देवी, रेखा देवी, कमला देवी, गुलाबी देवी, भागीरथी देवी, गुंदर सिंह, शिव सिंह, राजेंद्र गैरोला समेत आरोग्य संवाद मेें पहुंचे तमाम लाभार्थियों ने जो बात कही उससे कुल जमा लब्बोलुआब तो यही निकलता है कि आयुष्मान योजना जन जीवन की रक्षा के लिए बेहद अहम है।
कई लाभार्थियों ने छल छलाई आंखों से आयुष्मान की मदद को किसी उपकार से कम नहीं बताया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण से लेकर अस्पताल तक की व्यवस्थाओं का आभार जताते हुए उस सोच को भी सलाम किया जिसने इस जीवन दायनी आयुश्मान योजना का खाका सबसे पहले तैयार किया होगा। जन कल्याण की इस योजना को रफ्तार देने के लिए लाभार्थियों के साथ ही पूरे सिस्टम ने स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत की कार्य प्रणाली को सराहा और उनका आभार जताया।
यहां स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया के साथियों से सुझाव लिए। और व्यवहारिक दिक्कतों को मौके पर ही निस्तारित किया। साथ ही योजना के संचालन में सहयोगी सूचीबद्ध अस्पतालों के साथ ही यहां मौजूद जनप्रतिनिधियों के सुूझावों पर भी संज्ञान लिया। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चौयरमैन डीके कोटिया व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणेंद्र चौहान ने योजना की प्रगति को सामने रखा।