लखनऊ। हनीट्रैप के जरिये फंसाकर बड़े और सभ्रांत लोगों को ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐठने वाले गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी करने के मामले में छानबीन कर रही हजरतगंज पुलिस को गैंग के कुछ अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिली है। इस मामले में मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है। हजरतगंज पुलिस ने दो दिन पूर्व ही ऐसे गिरोह का खुलासा किया था जो अधेड़ उम्र के लोगों को हनी ट्रैपिंग में फंसाकर लाखों रुपये की वसूली करता था। गिरोह के सदस्य जब भी रकम लेने जाते तो उस वक्त गैंग के पुरुष सदस्य दरोगा व सिपाही की वर्दी में रहते थे। पुलिस ने गिरोह में शामिल दो महिला व तीन पुरुष को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से दरोगा व सिपाही की वर्दी, एयर पिस्तौल, कार, 6 मोबाइल और नकदी बरामद हुए थे।
हजरतगंज पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के बारे में विस्तार से जांच की जा रही है। जांच में गैंग में शामिल और लोगों के बारे में जानकारियां मिली हैं। मिले साक्ष्यों के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही हैं।
बता दें कि दो दिन पूर्व जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था उनमें पारा के देवपुर निवासी अजीजुल हसन सिद्दीकी, आलमबाग छोटा बराहा का पंकज गुप्ता, ओमनगर का अतुल सक्सेना, सरोजनीनगर की सुधा वर्मा व सुप्रिया रावत शामिल हैं। पुलिस ने इन आरोपियों को सरोजनीनगर इलाके के स्कूटर इंडिया के पास से गिरफ्तार किया था। दरअसल, रविवार को डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा से एक पशु चिकित्सक ने मुलाकात की थी। उसने बताया कि उसे कुछ लोग काफी दिनों से परेशान कर रहे हैं। जबरदस्ती रुपये मांग रहे हैं। इससे पहले भी इन लोगों ने ब्लैकमेल कर लाखों रुपये की वसूली की थी जिससे मेरी मानसिक स्थिति खराब हो चुकी है। यही स्थिति रही तो खुदकुशी कर लूंगा। पीड़ित ने डीसीपी को बताया था कि जो लोग उससे अवैध वसूली कर रहे हैं उनमें से तीन पुलिसकर्मी भी हैं। इसमें दो दरोगा और एक सिपाही है। डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा ने जब पुलिसकर्मी की बात सुनी तो उनके होश उड़ गए। तुरंत एक टीम बनाई गई जिसे तत्काल पीड़ित द्वारा बताए गए स्थान पर सादी ड्रेस में जाने का निर्देश हुआ। सोमवार को पुलिस टीम पीड़ित को लेकर सरोजनीनगर के स्कूटर इंडिया चौराहे पर पहुंची। वहां कुछ देर में एक कार से पांच लोग उतरे जिसमें दो महिलाएं और तीन पुरुष थे। पीड़ित के इशारे पर पुलिस ने पांचों को दबोच लिया गया।
प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला के मुताबिक, इस गिरोह में दो महिलाएं हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोनों फर्जी तरीके से कई नामों से आईडी बनाती हैं। इसके बाद चिह्नित लोगों से दोस्ती करती हैं। उनसे चैटिंग करने के दौरान मोबाइल नंबर हासिल कर लेती हैं। फिर उनसे बातचीत का सिलसिला शुरू करती हैं। इस दौरान वीडियो कॉलिंग और चैटिंग भी होती है। महिलाएं अपने जाल में फंसाने के लिए वीडियो कॉलिंग के दौरान अश्लीलता भी करती हैं। इस दौरान उनके साथी दूसरे मोबाइल से वीडियो भी बनाते हैं। इसके बाद मुलाकात का सिलसिला शुरू होता हैं। जाल में फंसे पुरुषों को महिलाएं मिलने के लिए महंगे होटल व रेस्टोरेंट में बुलाती हैं। इस दौरान उसी होटल में उनके पुरुष साथी भी मौजूद रहते हैं।
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने सरोजनीनगर में अपना ठिकाना बनाया रखा था। होटलों व रेस्टोरेंट में मुलाकात करने के बाद महिला अकेले में मिलने व अंतरंगता के लिए न्योता देती थीं। इसके लिए महिला अपने ठिकाने पर ही पुरुषों को बुलाती थीं। इस दौरान अश्लील तस्वीरें व वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर देते थे।