नई दिल्ली। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को कोरोना से जंग जीतने में हर संभव मदद कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए अमेरिका ने बुधवार को फिर भारत को 100 वेंटिलेटर की दूसरी खेप सौंपी है। अमेरिकी दूतावास ने कहा कि वेंटिलेटर अमेरिका में बने हैं। इनका इस्तेमाल करना बेहद आसान है।
अमेरिकी सरकार ने संयुक्त राज्य अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएड) के जरिये केंद्र सरकार तथा इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ समन्वय करते हुए उच्च तकनीक वाले सौ नए वेंटिलेटर की दूसरी खेप भारत को सौंपी।
अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर ने कहा कि हमें खुशी है कि हमने भारत को 100 वेंटिलेटर की अंतिम खेप सौंप दी। महामारी के दौर में भारत की सहायता करने की राष्ट्रपति ट्रंप की प्रतिबद्धता को हमने पूरा किया। वेंटिलेटर के अलावा यूएसएड इन मशीनों को चलाने के लिए आवश्यक अतिरिक्त उपकरणों के लिए भी सहायता दे रहा है।
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वेंटिलेटर की पहली खेप 14 जून को आई थी। तभी से इन मशीनों को आठ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों में कोविड-19 के मरीजों की देखभाल के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम इस महामारी के दौरान भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम वैक्सीन बनाने पर भी सहयोग कर रहे हैं। हम मिलकर अदृश्य दुश्मन को हरा देंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मई महीने में भारत को 200 वेंटिलेटर दिए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने लिखा था कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है कि अमेरिका भारत में हमारे मित्रों को वेंटिलेटर्स दान करेगा।