मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार के सम्बन्ध में ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति को प्रभावी ढंग से लागू रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसे ध्यान में रखकर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के भविष्य के आकलनों के दृष्टिगत विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। सभी सम्बन्धित विभाग इस सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों की इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं रैपिड एन्टीजन के माध्यम से व्यापक स्क्रीनिंग कराई जाए। अधिक संक्रमण वाले राज्यों से आने वाले लोगों हेतु निगेटिव आरटीपीआर रिपोर्ट अथवा कम्पलीट कोरोना वैक्सीनेशन की अनिवार्यता पर विचार किया जाए। इस सम्बन्ध में शीघ्र एक एसओपी भी निर्गत की जाए।
मुख्यमंत्री जी को बैठक के दौरान अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 81 नए मामले प्रकाश में आये हैं। इसी अवधि में 106 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 1,310 है। पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कुल 2,63,450 कोरोना टेस्ट किये गये। राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 21 लाख 16 हजार 707 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है।
दावा: वैक्सीन लगवाने वालों को डेल्टा वैरिएंट से मौत का खतरा 99% तक कम
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू के निर्माण की कार्यवाही तेजी से प्रगति पर है। भारत सरकार द्वारा ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए दवा प्रदान की जा रही है, जिसे मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य में 541 ऑक्सीजन संयंत्रों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनमें से 166 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापना के पश्चात क्रियाशील हो गये हैं। मुख्यमंत्री जी ने उपलब्ध ऑक्सीजन कंसन्टेटर्स को निरन्तर कार्यशील बनाए रखने के लिए उनके मेंटेनेन्स की समुचित व्यवस्था किये जाने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं को और सुदृढ़ एवं सुगम बनाने के लिए हेल्थ ए0टी0एम0 की व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीनेशन कोविड संक्रमण के प्रति एक सुरक्षा कवच है। कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में भविष्य के आकलनों के दृष्टिगत बड़ी संख्या में कोरोना वैक्सीनेशन कराये जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की निरन्तर एवं पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कोरोना टीकाकरण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए। निर्बाध एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत दिवस तक राज्य में कोरोना वैक्सीन की कुल 03 करोड़ 99 लाख 35 हजार 718 डोज एडमिनिस्टर की जा चुकी हैं। आज यह संख्या 04 करोड़ डोज से अधिक हो जाएगी।
खड़े कंटेनर में कार टकराने से चार की मौत, सीएम योगी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री जी ने राज्य में एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरी गति से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार की जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को शीघ्र पूर्ण किया जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एवं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना हेतु भूमि चिन्हित कर कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तेजी से पूर्णता की ओर अग्रसर है। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 89 प्रतिशत से अधिक भूमि की व्यवस्था कर ली गई है।