लाइफ़स्टाइल डेस्क। बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रतौंधी सहित आंखों की अन्य बीमारियों से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश के झांसी में स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग मिलकर बाल स्वास्थ्य पोषण माह के 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे दूसरे चरण में विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने का काम करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ जी के निगम ने बुधवार को बताया कि ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी) सत्रों के जरिये 9 माह से 5 वर्ष तक के 2.83 लाख को विटामिन ए की खुराक पिलायी जायेगी। यह अभियान बुधवार एवं शनिवार को आयोजित होने वाले ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों के अतिरिक्त सोमवार को भी चलाया जा रहा है।
अभियान के दौरान पूर्ण टीकाकरण (24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण, वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जन जागरूकता, आयोडीन युक्त नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ महेंद्र कुमार ने बताया कि ०9 माह से 12 माह तक के 18,683 बच्चों, 1 से 2 वर्ष तक के 97,898 बच्चों और 2 से 5 वर्ष तक के 1,66,917 बच्चों को पोषण की खुराक पिलाने का लक्ष्य निधार्िरत है। कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं नियमों को ध्यान में रखते हुये अभियान के तहत सभी गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसको देखते हुये अभियान में वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों के दौरान बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलाई जा रही है।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ॰ विजयश्री शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के नियमों का आवश्यक रूप से पालन कराया जा रहा है। सत्रों में दो गज दूरी, मास्क, सेनिटाइजर का समय-समय पर प्रयोग और स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि माह भर चलने वाले इस विशेष अभियान में बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक टीके भी लगाए जायेंगे।