• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

सीता नवमी कब है, जानें पूजा-विधि

Writer D by Writer D
21/04/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Sita Navami

Sita Navami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

सीता नवमी (Sita Navami) एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। हिंदू धर्म में सीता नवमी का खास महत्व होता है। सीता नवमी भगवान राम की पत्नी और आदर्श भारतीय नारी, माता सीता के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस दिन मां सीता की विशेष रूप से उपासना की जाती है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता सीता इसी दिन धरती से प्रकट हुई थीं। इसीलिए इस दिन को सीता जयंती या सीता नवमी के तौर पर मनाते हैं। इसको जानकी नवमी के नाम से भी जाना जाता है। मां सीता की पूजा करने से हमें जीवन में सुख, समृद्धि और सदाचार प्राप्त होता है।

सीता नवमी डेट- 5 मई, सोमवार को सीता नवमी है।

मुहूर्त-

नवमी तिथि प्रारम्भ – मई 05, 2025 को 07:35 ए एम बजे

नवमी तिथि समाप्त – मई 06, 2025 को 08:38 ए एम बजे

सीता नवमी मध्याह्न मुहूर्त – 10:58 ए एम से 01:38 पी एम

अवधि – 02 घण्टे 40 मिनट्स

सीता नवमी मध्याह्न का क्षण – 12:18 पी एम

सीता नवमी (Sita Navami) का महत्व-

माता सीता को आदर्श पतिव्रता और त्याग की प्रतिमूर्ति माना जाता है। इस दिन मां सीता की पूजा करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और स्नेह बढ़ता है।

पूजा-विधि:

सीता नवमी (Sita Navami) के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को साफ करके गंगाजल से धो लें। भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें। रोली, चंदन, अक्षत, फूल, फल, मिठाई, धूप, दीप आदि अर्पित करें। इसके बाद माता सीता और भगवान राम की आरती गाएं। तब सीता नवमी व्रत कथा का पाठ करें। फिर व्रत रखें और पूरे दिन भगवान का ध्यान करें। शाम को फिर से पूजा करें और लोगों को प्रसाद बांटें।

Tags: sita navami
Previous Post

परशुराम जयंती कब है, जानें पूजा विधि

Next Post

वरुथिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान, जीवन में होगा सुख-समृद्धि का वास

Writer D

Writer D

Related Posts

Main Slider

आसानी से दूर होगी फ्रिज की बदबू, अपनाएं ये तरीके

07/09/2025
फैशन/शैली

मुहांसों होंगे गायब, चेहरे पर लगाएं ये फेस पैक

07/09/2025
फैशन/शैली

इन में होता है हाई ब्लड प्रेशर का खतरा अधिक

07/09/2025
vastu tips
फैशन/शैली

न्यू बोर्न बेबी के लिए इस तरह से बनवाएँ कमरा

07/09/2025
walk
फैशन/शैली

टहलते समय ना करें ये गलतियां, सेहत को होगा नुकसान

07/09/2025
Next Post
Varuthini Ekadashi

वरुथिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान, जीवन में होगा सुख-समृद्धि का वास

यह भी पढ़ें

जम्मू मिलिट्री स्टेशन के पास देर रात देखा गया एक और ड्रोन

29/06/2021
Electricity

15 लाख बिजली कर्मचारियों का निजीकरण के खिलाफ आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

26/11/2020
Zelensky

जेलेंस्की ने जारी किया वीडियो, बोले- यूक्रेन की रक्षा के किए कीव में डटा हूं

26/02/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version