लाहौर। पाकिस्तान की पीएमएल नेता मरयम नवाज ने इमरान सरकार को परेशानी में डाल दिया है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग – नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने कहा कि देश की खुफिया जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस पर सवाल नहीं उठा सकते, क्योंकि मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान में इतना साहस नहीं हैं। पीएमएल (एन) नेता मरयम नवाज ने इमरान सरकार की नाक में दम कर रखा है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने सोमवार को कहा कि देश की शीर्ष जासूस एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस पर सवाल उठाने के लिए कठपुतली प्रधान मंत्री इमरान खान में कुछ साहस होना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि आइएसआइ जैसी एजेंसियों का इमरान सरकार गलत इस्तेमाल करके वह टेलीफोन कॉल को रिकॉर्ड करवा रहे हैं। मरयम नवाज की टिप्पणी प्रधानमंत्री इमरान खान के हालिया खुलासे के जवाब में आई है कि उन्हें पता था कि एजेंसियां पाक के कई प्रमुख लोगों के फोन कॉल को टैप करती हैं। मरयम ने कहा कि यह कठपुतली बने इमरान खान में भी इतनी हिम्मत नहीं है कि वह आइएसआइ से यह पूछ सके कि उनकी कॉल क्यों टैप की जा रही हैं। आइएसआइ को बताना चाहिए कि यह प्रधानमंत्री के अधीन आने वाली संस्था का काम नहीं है।
बता दें कि मरयम नवाज अपने पिता नवाज शरीफ की अनुपस्थिति में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज का नेतृत्व कर रही हैं, जब से उनके पिता नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे हैं। शरीफ के छोटे भाई और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की हिरासत में हैं और इस समय मरयम ही पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं।
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गौरतलब है कि इमरान खान ने एक स्थानीय टीवी चैनल को हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा था कि आइएसआइ और आइबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) को पता है कि मैं जो भी करता हूं और जिसके साथ टेलीफोन पर बात करता हूं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनका फोन टैप करने वाली एजेंसियों के साथ कोई संबंध नहीं है, इसपर खान ने कहा कि यह पूरी दुनिया में होता है। यहां तक कि सीआईए भी अमेरिका में ऐसा ही करती है। प्रधान मंत्री का विचार था कि एजेंसियां ऐसे काम करती हैं क्योंकि वे प्रमुखों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वह जिम्मेदार हैं।