बागपत जनपद में ढाई लाख रुपये के इनामी बदमाश रहे राहुल खट्टा के परिवार पर प्रशासन ने शुक्रवार को शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। मकान को सील किया जा रहा है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद तीन थानों की फोर्स मौके पर मौजूद है और कार्रवाई में जुटी है।
ढाई लाख रुपये के इनामी बदमाश राहुल खट्टा कभी पुलिस के लिए मुखबिरी करता था। उसकी मौत पांच जून 2015 को सहारनपुर पुलिस की मुठभेड़ में हुई थी। राहुल खट्टा पर पहला मुकदमा 2009 में थाना सिंघावली अहीर क्षेत्र में लूट का दर्ज हुआ था। इसके बाद उसने अपने पांव पसारने शुरू किए। धीरे-धीरे खट्टा का आतंक वेस्ट यूपी के साथ ही हरियाणा और उत्तराखंड सहित एनसीआर में भी फैला था।
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ज्वैलर्स प्रदीप वर्मा के अपरहण में भी राहुल का नाम आया था। लगभग 10 दिन बाद वह लौटकर आए थे। ऐसे न जाने कितने मामले राहुल पर दर्ज हुए, राहुल का नाम कई गैंग के साथ भी जोड़ा गया, जिसमें योगेश भदौड़ा से लेकर अमित भूरा और मुकीम काला गैंग शामिल रहे थे।
सम्पत्ति कुर्क में जुटा प्रशासन बागपत में इनामी बदमाशों की अवैध तरीके से अर्जित की गई सम्पत्ति पर शिकंजा कसने का काम जारी है। शुक्रवार को तीन थानों की फोर्स के साथ एसडीएम बागपत में साथ दो सीओ सर्कल भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर डटे रहे है।
भाई लड़ रहा है प्रधानी चुनाव
राहुल खट्टा की संपत्ति पर हुई कार्रवाई इसलिये भी की जा रही है कि उसका भाई राजू गांव में प्रधानी का चुनाव लड़ रहा है। इसको लेकर भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है। पुलिस कार्रवाई के दौरान राजू मौके से गायब था।
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महिला पुलिस कर्मियों द्वारा ही महिलाओं से मकान खाली करने की आदेश को तामिल कराया गया। पंचायत चुनाव को लेकर भी शिकंजा जनपद में इनामी व गैंगस्टर वाले बदमाशों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। धर्मेंद्र किरठल, सुनील राठी, सहित छह से अधिक बदमाशों पर कार्रवाई की गई है।