• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

पितृपक्ष में इन बातों का रखेंगे ध्यान, तो पितरों से मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

Desk by Desk
23/09/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Sarva pitru Amavasya

Sarva pitru Amavasya

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

पितृपक्ष भादपद्र माह की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होकर अश्विन मास की अमावस्या तक रहते हैं। पितृपक्ष 16 दिन के होते हैं। इस बार पितृपक्ष 20 सितंबर 2021 से शुरू होकर 6 अक्टूबर 2021 तक रहेंगे। पितृपक्ष में लोग अपने पितरों का तर्पण और श्राद्ध करते हैं।

मान्यता है कि पितृ पक्ष में पिंड दान, श्राद्ध और तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। पितरों को हिंदू धर्म में देवतुल्य माना जाता है। सनातन धर्म में इस समय का विशेष महत्व होता है। हालांकि कई बार जानकारी न होने पर लोग पितृपक्ष के दौरान ऐसे कार्य कर देते हैं, जिनसे पितर नाराज हो सकते हैं।

जानिए पितृपक्ष में आखिर किन बातों का रखना चाहिए ध्यान-

  1. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, पितृपक्ष के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। इस दौरान नए कपड़े या कोई भी नई चीज नहीं खरीदनी चाहिए।
  2. पितृपक्ष को पितरों का समय मानते हैं। कहा जाता है कि इस दौरान पुरुषों को बाल और दाढ़ी नहीं कटवानी चाहिए।
  3. माना जाता है कि जिस दिन श्राद्ध कर्म हो उस दिन शरीर में तेल नहीं लगाना चाहिए। पितृपक्ष के दौरान इत्र या परफ्यूम का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए।
  4. ज्योतिाषाचार्यों के अनुसार, पितृपक्ष के दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए। श्राद्धकर्म के दिन पान नहीं खाना चाहिए और न ही दूसरों के घर का भोजन करना चाहिए।
  5. माना जाता है कि श्राद्ध करते समय लोहे का बर्तन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दौरान अन्य धातु से बनें बर्तन या पत्तल का प्रयोग कर सकते हैं।
  6. कहते हैं कि पिंडदान के दौरान ब्राह्मण को चटाई या लकड़ी के आसान में ही बिठाना चाहिए। लोहे के आसन में बिठाने पर मनाही है।
  7. पितृपक्ष के आखिरी दिन यानी अश्विन माह की अमावस्या के दिन सभी भूले बिसरे पितरों का श्राद्ध किया जा सकता है।
Tags: pitru pakshaPitru Paksha 2021Pitru Paksha 2021 in hindi
Previous Post

तुला राशि में बना लक्ष्मी नारायण योग, जानिए किस राशिवालों को होगा महालाभ

Next Post

इस दिन लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानिए किस राशि पर पड़ेगा प्रभाव

Desk

Desk

Related Posts

CM Yogi gifts 124 development projects to Balrampur
Main Slider

जिसे जहन्नुम जाना है, वह गजवा ए हिंद के नाम पर अराजकता पैदा करने का प्रयास करे: मुख्यमंत्री

28/09/2025
IndvsPak
Main Slider

8 साल बाद IndvsPak का महामुकाबला, 2017 की हार का बदला लेगी सूर्यकुमार की सेना

28/09/2025
Paneer Kathi Roll
Main Slider

आज बनाएं ये टेस्टी डिश, बच्चे ही नहीं बड़े भी कहेंगे लाजवाब

28/09/2025
beetroot paratha
Main Slider

ब्रेकफास्ट में ट्राई करें चुकंदर का पराठा, बनाने में आसान स्वाद में लाजवाब

28/09/2025
Pizza Pocket
खाना-खजाना

घर में बनाएं पिज्जा पॉकेट, बच्चे खुशी से उछल पड़ेंगे

28/09/2025
Next Post
Sutak Kaal

इस दिन लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानिए किस राशि पर पड़ेगा प्रभाव

यह भी पढ़ें

मंदिर की अनोखी पहल, रोजेदारों को इफ्तार के लिए परिसर में किया आमंत्रित 

11/04/2022
Arrested

मुठभेड़ में तीन गौकश गिरफ्तार, अवैध हथियार बरामद

02/04/2023
Feet

पैरों की रूखी त्वचा से हैं परेशान, इन टिप्स की मदद से दूर होगी

07/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version