• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

अलविदा: जानिए कौन थे जनरल बिपिन रावत, दो साल पहले बने थे CDS 

Writer D by Writer D
08/12/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, तमिलनाडु
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

बुधवार दोपहर देश एक दुर्घटना की खबर सुनकर सन्न रह गया। चंद घंटे बाद कुहासा साफ हुआ। और जो हकीकत सामने आई उसके बाद देश की आंखें नम हो गईं। तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। पहाड़ी और जंगली इलाके में हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया।

जिन्हें हम जनरल बिपिन रावत के नाम से जानते हैं। वो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चौहान राजपूत परिवार में हुआ। जनरल रावत की माताजी परमार वंश से थीं।

इनके पूर्वज मायापुर/हरिद्दार से आकर गढ़वाल के परसई गांव में बसने के कारण परसारा रावत कहलाए। दरअसल, रावत एक मिलेट्री टाइटल है जो राजपूतों को गढ़वाल के शासकों ने दिए थे। इनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए। रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में करियर की शुरुआत की थी।

शिक्षा और करियर

रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से शिक्षा ली। यहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। वे फोर्ट लीवनवर्थ, अमेरिका में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के ग्रेजुएट भी रहे। उन्होंने मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडीज में एमफिल, मैनेजमेंट में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया। 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की ओर से डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया।

दो साल पहले CDS बने

पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (61) को 2019 में देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया था। वे 65 साल की उम्र तक इस पद पर रहने वाले थे। इस पद को बनाने का मकसद यह है कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सही तरीके से और इफेक्टिव कोऑर्डिनेशन किया जा सके।

CDS बिपिन रावत का निधन, हेलीकाप्टर क्रैश में पत्नी समेत 13 लोगों की मौत

रावत दिसंबर 1978 में कमीशन ऑफिसर (11 गोरखा राइफल्स) बने थे। वह 31 दिसंबर 2016 को थलसेना प्रमुख बने। उन्हें पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में कामकाज का अनुभव रहा। खास बात यह है कि रावत उसी यूनिट (11 गोरखा राइफल्स) में पोस्ट हुए थे, जिसमें उनके पिता भी रह चुके थे।

इन पदों पर रहे रावत

ब्रिग्रेड कमांडर

जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC-C) सदर्न कमांड

जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, मिलिट्री ऑपरेशन्स डाइरेक्टोरेट

कर्नल मिलिट्री सेक्रेट्री एंड डिप्टी मिलिट्री सेक्रेटरी

सीनियर इंस्ट्रक्टर इन जूनियर कमांड विंग

कमांडर यूनाइटेड नेशन्स पीसकीपिंग फोर्स मल्टीनेशनल ब्रिगेड

वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ

आर्मी चीफ

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ

ये सम्मान मिले

परम विशिष्ट सेवा मेडल

उत्तम युद्ध सेवा मेडल

अति विशिष्ट सेवा मेडल

युद्ध सेवा मेडल

सेना मेडल

सरकार जानती थी कि मुश्किल हालात और इनसर्जेंसी वाले क्षेत्रों में काम करने के मामले में जनरल रावत बेहद काबिल अफसर हैं। यही वजह थी कि 2016 में दो सीनियर अफसरों पर उन्हें तरजीह दी गई और आर्मी चीफ बनाया गया।

बात जून 2015 की है। मणिपुर में हमारी सेना पर आतंकी हमला हुआ। 18 सैनिकों की शहादत से देश में उबाल था। उस दौर में संयोग से 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के कमांडर बिपिन रावत ही थे। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि भारत पर आंच आती है तो क्या होता है। इस यूनिट के पैरा कमांडो ने सरहद पार करके म्यांमार में ऑपरेशन किया और NSCN आतंकी ग्रुप के 60 से ज्यादा आतंकियों को उनकी मांद में ही घुसकर ढेर कर दिया।

कुन्नूर में सेना का हेलीकाप्टर क्रेश, CDS विपिव रावत भी थे सवार

पाकिस्तान की हरकतों का जवाब उन्होंने अपने अंदाज में दिया। 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना की स्पेशल कमांडो यूनिट ने रातों-रात ऑपरेशन किया। कई आतंकियों के साथ पाकिस्तान के सैनिक भी ढेर कर दिए। यह हमारे उरी और CRPF कैम्प पर हुए हमला का जवाब था।

Tags: cds bipin rawatGeneral Bipin RawatMi-17V5 helicopter crash
Previous Post

CDS बिपिन रावत का निधन, हेलीकाप्टर क्रैश में पत्नी समेत 13 लोगों की मौत

Next Post

स्वतंत्र व निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया में मीडिया की अहम भूमिका : सीईओ सौजन्या

Writer D

Writer D

Related Posts

Chaitra Purnima
धर्म

कार्तिक पूर्णिमा के दिन न करें ये काम, अशुभ परिणामों से घिर जाएगा जीवन

05/11/2025
Kartik Purnima
Main Slider

कार्तिक पूर्णिमा पर जलाए कितने दीपक, जाने दीपदान की विधि

05/11/2025
Guru Nanak
Main Slider

कब मनाई जाएगी गुरु नानक जयंती? जानें पर्व का महत्व

05/11/2025
Aarti
Main Slider

भगवान की आरती करने के दौरान जरूर करें इन नियमों का पालन

05/11/2025
CM Yogi inspects construction work of Gorakhpur's first six-lane flyover
Main Slider

गोरखपुर में सिक्सलेन फ्लाईओवर निर्माण पर सीएम योगी की नाराजगी, कार्य में तेजी लाने के निर्देश

04/11/2025
Next Post

स्वतंत्र व निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया में मीडिया की अहम भूमिका : सीईओ सौजन्या

यह भी पढ़ें

clarke cooper

भारत पर कार्रवाई के बारे में पूछे गए सवाल पर अमेरिकी राजनयिक ने कहा

18/12/2020
Shani Pradosh Vrat

शनि प्रदोष व्रत 31 अगस्त को, नोट कर लें शुभ मुहूर्त

30/08/2024
Corona vaccine

ब्रिटेन में 90 साल की महिला को दी गई कोरोना की वैक्सीन

11/12/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version