• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

वास्तुशास्त्र के अनुसार क्याें जरूरी है घर में सूर्य की रोशनी

Writer D by Writer D
04/02/2022
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली
0
15
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के अंदर सूर्य की किरणें आनी चाहिए। घर के ज्यादातर हिस्से में सूर्य की रोशनी होने से उस जगह के कई दोष खत्म हो जाते हैं। संपूर्ण ब्रह्मांड का आधार सूर्य है। सूर्य उर्जा और रचनात्मकता का कारक ग्रह है। सूर्य की ऊर्जा से ही पृथ्वी पर जीवन है। पंचतत्वों में से एक सूर्य का वास्तु शास्त्र में भी बहुत महत्व है। सूर्यदेव को अग्नि का स्वरूप माना गया है, अत: वास्तु शास्त्र में सूर्य का विशेष महत्व माना जाता है।

वास्तु शास्त्र में माना जाता है सूर्य का विशेष महत्व

अंधेरे कमरे में या जहां सूर्य की रोशनी नहीं आती है, उस घर में कीड़े-मकोड़े व सीलन अधिक रहेगी। वहां पर रहने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा। यदि सूर्य का प्रकाश घर में आता है तो उसमें

रहने वाले ऊर्जावान महसूस करेंगे। ज्योतिष में सूर्य को आत्मा कारक ग्रह कहा गया है। सूर्य की रोशनी जिस घर में पड़ती है वहां के लोगों का आत्मविश्वास भी बढ़ जाता है।

कमरे में आ रही सूरज की रोशनी देती है लाभ

घर के जिन कमरों में सूर्य की रोशनी आती है, घर के उन हिस्सों में ऊर्जा ज्यादा होती है। सूर्य की रोशनी के कारण घर की नकारात्मकता खत्म हो जाती है। जिस घर में सूर्य का प्रकाश नहीं जाता, वहां रहने वाले लोगों की सेहत अक्सर खराब ही रहती है। अंधेरे कमरे में या जहां सूर्य की रोशनी नहीं आती है, वहां रहने वाले लोगों का आत्मविश्वास कम रहता है। ऐसे लोगों की जीवन शक्ति भी कम हो जाती है। रसोईघर एवं स्नानघर में भी सूर्य का प्रकाश पहुंचे ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। घर में कृत्रिम रोशनी का उपयोग कम से कम रखना चाहिए।

शयन कक्ष में हो धीमी लाइट 

शयन कक्ष में सदैव धीमा लाइट होनी चाहिए। शयनकक्ष में तेज रोशनी होगी तो हमारे आराम में बाधा डालेगी और नींद नहीं आएगी। शयनकक्ष या आरामकक्ष में हमारे सन्मुख लाइट नहीं होना चाहिए। पढ़ाई का कमरा यदि अलग है तो पढ़ते वक्त आंखों पर तेज रोशनी नहीं होना चाहिए, नहीं तो हमें पढ़ने में बाधा पहुंचेगी और नींद आने लगेगी।

Tags: According to VastuSun Light Should Come in HomeThe Sun Lightvastu shastraवास्तुवास्तु शास्त्रवास्तुशास्त्रसूर्यसूर्य की रोशनी
Previous Post

गुणों की खान है बथुआ, फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे

Next Post

समस्याओं को दूर करने के लिए अपनाएं ये आसान से वास्तु के उपाय

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Yogi
Main Slider

सीएम योगी ने कहा- संविधान हत्या दिवस पर सपा एवं आरजेडी का नहीं आया कोई बयान

25/06/2025
CM Vishnu Dev Sai
Main Slider

बस्तर की बदलेगी पहचान… अगली मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक यहीं होगी आयोजित

25/06/2025
AK Sharma
Main Slider

कांग्रेस द्वारा लगाया गया आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय: एके शर्मा

25/06/2025
Bloomberg Philanthropies 2025 Mayors Challenge
Main Slider

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता ब्लूमबर्ग फिलैन्थ्रॉपीज़ 2025 मेयर्स चैलेंज मे गाजियाबाद नगर निगम को मिला स्थान

25/06/2025
PM Modi congratulated Shubhanshu Shukla
Main Slider

इच्छाओं, उम्मीदों और आकांक्षाओं ने भरी उड़ान… PM मोदी ने दी शुभांशु शुक्ला को बधाई

25/06/2025
Next Post
diya

समस्याओं को दूर करने के लिए अपनाएं ये आसान से वास्तु के उपाय

यह भी पढ़ें

Constable Sachin Rathi

हिस्ट्रीशीटर की फायरिंग में घायल सिपाही की मौत, परिवार में मचा कोहराम

26/12/2023
lips

फटे होंठों को बनाए कोमल, आज़माएँ ये उपाय

15/04/2024
army encounter

राजौरी: आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना का अधिकारी शहीद

19/08/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version