• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

धनतेरस पर जलाया जाता है यमराज के नाम का दीपक, जानिए विधि और महत्व

Writer D by Writer D
03/11/2023
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Deepak

deepak

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू पंचांग के अनुसार, दिवाली का पांच दिवसीय त्योहार धनतेरस (Dhanteras) से शुरू होता है। इस बार दिवाली 12 नवंबर और धनतेरस 10 नवंबर को मनाई जाने वाली है। धनतेरस (Dhanteras) की रात को यमराज की पूजा के अलावा देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर की पूजा करने की भी परंपरा है। इस दिन रात्रि के समय दक्षिण दिशा में चौमुखा दीपक जलाया जाता है, जिसे यम दीपक कहा जाता है। इस बार त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को है, इसी दिन यम का दीपक जलाया जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि यम का दीपक जलाने का क्या कारण है। आज हम आपको धनतेरस पर यम का दीपक जलाने की विधि और महत्व बताने जा रहे हैं।

क्यों जलाया जाता है यम का दीपक?

धनतेरस (Dhanteras) के दिन यम दीपक जलाने के पीछे एक पौराणिक कथा है। इसके अनुसार, किसी राज्य में हेम नामक राजा था। ईश्वर की कृपा से उन्हें एक पुत्र प्राप्त हुआ। जब विशेषज्ञों ने उनके बेटे की कुंडली दिखाई, तो उन्हें पता चला कि शादी के चार महीने बाद राजकुमार की मृत्यु हो जाएगी। ऐसे में राजा ने उसे ऐसी जगह भेज दिया, जहां किसी लड़की की परछाई भी उस पर न पड़े। लेकिन वहां उन्होंने एक राजकुमारी से विवाह कर लिया। रीति के अनुसार विवाह के चौथे दिन यमराज के दूत राजकुमार के पास आए।

यह देखकर राजकुमारी बहुत रोई। दूतों ने ये सारी बातें यमराज को बताई और यम के दूतों में से एक ने कहा, “हे यमराज, ऐसा कोई उपाय नहीं है, जिससे किसी व्यक्ति को अकाल मृत्यु से बचाया जा सके।”

तब उन्होंने यमराज से कहा कि जो कोई कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन शाम के समय मेरी ओर से दक्षिण दिशा में दीपक जलाएगा, तो वह अकाल मृत्यु से बच जाएगा। इसी कारण से हर साल धनतेरस पर यम का दीपक जलाने की परंपरा है।

इस विधि से जलाएं दीपक

धनतेरस (Dhanteras) के दिन आटे का चौमुखा दीपक बनाएं या मिट्टी के दीपक के चारों ओर बाती रखें और उसमें सरसों का तेल भरें। इसके बाद इस दीपक को घर की दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जलाएं। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करें।

Tags: AstrologyAstrology tipsDhanterasDhanteras 2023dhanteras datedhanteras katha
Previous Post

इस जिले में हुई बड़ी कार्रवाई, चौकी प्रभारी और दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

Next Post

आज शुक्र देव करेंगे कन्या राशि में प्रवेश, इन जातकों पर होगी धन की बरसात

Writer D

Writer D

Related Posts

Ram Mandir
उत्तर प्रदेश

इस दिन राम मंदिर में होगा भव्य ध्वजारोहण, पांच लाख से ज़्यादा श्रद्धालु होंगे शामिल

27/09/2025
Maulana Tauqeer Raza
Main Slider

बरेली हिंसा: मौलाना तौकीर रजा अरेस्ट, जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश

27/09/2025
'I love Yogi Adityanath' posters put up in Lucknow
Main Slider

‘आई लव मोहम्मद’ के जवाब में लखनऊ में लगे ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ के पोस्टर

27/09/2025
PM Modi launched Swadeshi BSNL 4G Network
Main Slider

अब देश के कोने-कोने में मिलेगा फास्ट इंटरनेट, PM Modi ने लॉन्च किया Swadeshi 4G Network

27/09/2025
CM Yogi
Main Slider

मौलाना भूल गया था कि यूपी में सरकार किसकी है… बरेली बवाल पर बोले योगी आदित्यनाथ

27/09/2025
Next Post
shukra gochar

आज शुक्र देव करेंगे कन्या राशि में प्रवेश, इन जातकों पर होगी धन की बरसात

यह भी पढ़ें

Owaisi

ओवैसी को तेजस्वी ने दिया झटका, AIMIM के चार विधायकों ने थामा RJD का दामन

29/06/2022
UPPSC Subordinate Agriculture Services Examination

यूपी एग्रीकल्चर सर्विस में बीएससी के तीन पूर्व विद्यार्थी चयनित, दिया बधाई संदेश

12/09/2020
Varalakshmi

बुद्ध पूर्णिमा पर करें ये उपाय, मां लक्ष्मी को होंगी प्रसन्न

12/05/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version