नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने आज ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) कार्यक्रम के 116वें एपिसोड को संबोधित किया। इसमें पीएम मोदी ने युवाओं से एनसीसी से जुड़ने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आज एनसीसी दिवस है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं खुद एनसीसी का कैडेट रहा हूं और इसके अनुभव मेरे लिए अनमोल हैं। एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। देश में कहीं भी आपदा होने पर एनसीसी कैडेट आगे बढ़कर मदद करते हैं।’
उन्होंने (PM Modi) कहा कि आज का दिन बेहद खास है। आज एनसीसी दिवस है। मैं खुद एनसीसी का कैंडिडेट रह चुका हूं। पीएम मोदी ने पिछली बार और इस बार डिजिटल अरेस्ट पर खास तौर से चर्चा की और लोगों को जागरूक किया।
पीएम मोदी (PM Modi) ने मन की बात के जरिए आगे कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। जब भी कहीं आपदा होती है तो वहां मदद के लिए एनसीसी के कैडेट्स जरूर मौजूद होते हैं। आज एनसीसी को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। अब एनसीसी में गर्ल्स कैडेट्स की संख्या 40 फीसदी अधिक हो गई है।
12 जनवरी को युवाओं का महाकुंभ
पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जयंती है। इस बार इसे खास तरीके से मनाया जाएगा। इस अवसर पर 11 और 12 जनवरी को भारत मंडपम में युवाओं का महाकुंभ होने जा रहा है। इसमें करोड़ों युवा भाग लेंगे। आपको याद होगा कि मैं लाल किले की प्राचीर से ऐसे युवाओं को राजनीति में आने का आह्वान किया है। जिनके परिवार का कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। ऐसे एक लाखों युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए अभियान चलाए जाएंगे। इसमें देश और विदेश से एक्सपर्ट आएंगे। मैं भी इसमें ज्यादा से ज्यादा उपस्थित रहूंगा। देश इन आइडियाज को कैसे आगे लेकर जा सकता है। इसका एक ब्लूप्रिंट तैयार किया जाएगा। देश की भावी पीढ़ी के लिए ये एक बड़ा मौका आने वाला है।
टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता
पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा कि मन की बात में अक्सर ऐसे युवाओं की चर्चा करते हैं जो बिना किसी भाव के समाज के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे कई युवा हैं जो लोगों की समस्याओं का समाधान निकालने में जुटे हैं। लखनऊ के वीरेंद्र अपने क्षेत्र के बुजुर्गों की टेक्नोलॉजी के मामले में जागरूक कर रहे हैं। कई शहरों में युवा बुजुर्गों को डिजिटल क्रांति में हिस्सेदारी बनाने के लिए आगे आ रहे हैं। भोपाल के महेश ने कई बुजुर्गों को मोबाइल से पेमेंट करने के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
डिजिटल अरेस्ट से रहें सावधान
इसके अलावा डिजिटल अरेस्ट से बचाने के लिए भी युवा लोगों को जागरूक कर रहे हैं। पिछले एपिसोड में मैंने चर्चा की थी। इस तरह के अपराध के शिकार ज्यादातर बुजुर्ग ही बनते हैं। हमें लोगों को समझाना होगा कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई भी प्रावधान नहीं है। मुझे खुशी है कि युवा साथी इस काम में हिस्सा ले रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने आगे बताया कि भारत से हजारों किलोमीटर दूर गुयाना में भी एक ‘मिनी इंडिया’ बसा हुआ है। करीब 180 साल पहले भारत से लोगों को खेतों में मजदूरी करने और दूसरे कामों के लिए गुयाना ले जाया जाता था। आज गुयाना में रहने वाले भारतीय मूल के लोग राजनीति, कारोबार, शिक्षा और संस्कृति के हर क्षेत्र में गुयाना का नेतृत्व कर रहे हैं। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं और उन्हें अपनी भारतीय विरासत पर गर्व है।