टेलिकॉम कंपनी एयरटेल (Airtel) और टाटा ग्रुप ने एक रणनीतिक साझेदारी (स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप) की घोषणा की है। यह साझेदारी भारत में 5G नेटवर्क्स सॉल्यूशंस के लिए हुई है। पार्टनरशिप के तहत ओपन-RAN बेस्ड 5G रेडियो और कोर सॉल्यूशंस का इस्तेमाल किया जाएगा। इस सॉल्यूशन को टाटा ग्रुप ने स्थानीय स्तर पर डिवेलप किया है।
जियो को टक्कर देने का प्लान
एनालिस्ट्स का कहना है कि इस कदम से टेलिकॉम कंपनी को 5G नेटवर्क की कॉस्ट घटाने में मदद मिलेगी, क्योंकि इसमें OpenRAN टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया और इसे देश में ही डिवेलप किया गया है। सुनील मित्तल की अगुवाई वाली टेलिकॉम कंपनी एयरटेल ने कहा है कि वह भारत में अपने 5G रोलआउट प्लान्स के हिस्से के तहत इस स्वदेशी सॉल्यूशंस को पायलट और डिप्लॉय करेगी। कंपनी, जनवरी 2022 में पायलट शुरू करेगी। एयरटेल की यह हालिया पार्टनरशिप बेहद अहम है, क्योंकि वह रिलायंस जियो को कड़ी टक्कर देना चाहती है।
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कई कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहा टाटा ग्रुप
रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने भी अपना इंड-टू-इंड टेलिकॉम स्टैक डिवेलप किया है, इसमें रेडियो और कोर टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। फिलहाल, मुंबई में इसका ट्रायल चल रहा है। 5G स्पेक्ट्रम के कमर्शियली उपलब्ध होते ही इसे डिप्लॉय करने की योजना है। एयरटेल का कहना है कि टाटा ग्रुप ने लेटेस्ट O-RAN बेस्ड रेडियो और NSA/SA कोर टेक्नोलॉजी डिवेलप की है और पूरी तरह से स्वदेशी टेलिकॉम स्टैक का इंटीग्रेट किया है। टाटा ग्रुप, R&D और लोकल मैन्युफैक्चरिंग के लिए कई स्टार्ट अप्स और स्थानीय कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।