आईपीएल 2021 का आगाज हो चुका है। लेकिन महामारी के बीच शुरू हुआ ये टूर्नामेंट अब खतरे की ओर बढ़ रहा है। सोमवार को 2 नए कोरोना मामले सामने आने के बाद लीग को रद्द करने की मांग उठने लगी है। वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का मानना है कि टूर्नामेंट से आइसोलेटेड मरीजों को मन बहलाने का कुछ वक्त मिलेगा। बोर्ड के लिए अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं। उन्हें लीग को कैंसिल करने या जारी रखने पर फैसला लेना है।
बता दे कि अगर IPL रद्द होता है, तो बोर्ड को करीब 2000 करोड़ का नुकसान होगा। साथ ही इस साल भारत की मेजबानी में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी खतरा मंडराने लगेगा। भारत से मेजबानी छीनी जा सकती है। इससे भी BCCI को करोड़ों का नुकसान होगा।
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टूर्नामेंट सूत्रों ने बताया कि IPL गवर्निंग काउंसिल पिछले साल की तरह इस बार भी टूर्नामेंट UAE में कराना चाहती थी। अगर ऐसा होता, तो पिछली बार की तरह इसे सक्सेसफुल बनाया जा सकता था। पर भारत में कोरोना विस्फोट के बावजूद यह टूर्नामेंट आयोजित किया गया। नतीजा अब इस पर खतरा मंडराने लगा है। सूत्रों के मुताबिक BCCI देश में IPL कराने के साथ यह मैसेज देना चाहता है कि भारत टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर भी तैयार है। इस साल टी-20 वर्ल्ड कप अक्टूबर में भारत में होना है।
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जाने IPL ना कैंसल करने की वजह
BCCI रेवेन्यू में IPL से बहुत फायदा हुआ है। इसका नतीजा यह हुआ कि इससे सरकार को समय पर टैक्स मिल रहा है। BCCI ने 2007-08 के बाद से 3500 करोड़ रुपए टैक्स के रूप में दिए हैं। IPL से पहले तक BCCI को एक चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन समझा जाता था। BCCI इस लीग से 40% रेवेन्यू जनरेट करता है। टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ल्ड क्रिकेट की इकोनॉमी लगभग 15 हजार करोड़ रुपए की है। इसमें 33% यानी 5 हजार करोड़ रुपए IPL से आता है। यही कारण है कि BCCI को IPL के आयोजन के दौरान दुनिया के अन्य बोर्ड का भी सहयोग मिल रहा है।