पटना के कच्ची दरगाह घाट के पास यात्रियों से भरी एक नाव हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई। इस हादसे में नाव सवार 38 लोग घायल हुए हैं, जबकि 4 लापता हैं।
लापता लोगों के परिजनों ने कच्ची दरगाह घाट पहुंचकर प्रशासनिक पदाधिकारियों से परिजनों के लापता होने की सूचना दी है। लापता लोगों में रुस्तमपुर के रहने वाले मुन्ना कुमार व उमा शंकर राय और मलिकपुर के रहनेवाले राजेश राय व निखिल राय शामिल हैं। लापता लोगों की तलाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें गंगा में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
बताया जाता है कि बीती देर रात यह नाव कच्ची दरगाह से रुस्तमपुर के लिए चली थी। नाव पर सैकड़ों लोग सवार थे। जैसे ही नाव बीच गंगा में पहुंची, नाव की पतवार कच्ची दरगाह से राघोपुर जाने वाले हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गई, जिससे नाव पर सवार लोग झुलस गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद स्थानीय लोग दूसरी नाव से मौके पर पहुंचे और घायलों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया। बाद में प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। हादसे में घायल लोगों का इलाज पीएमसीएच और कच्ची दरगाह स्थित विभिन्न निजी अस्पतालों में चल रहा है।
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लापता लोगों के परिजन जब प्रशासन को सूचना देंगे तभी गंगा में लापता लोगों का सही आंकड़ा स्पष्ट हो सकेगा। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में राज्य सरकार के खिलाफ गहरा आक्रोश देखा जा रहा है. स्थानीय लोगों ने पूरे मामले पर राज्य सरकार को सीधे तौर पर दोषी माना है। उन्होंने कहा कि दियारावासियों को पिछले 15 सालों में अब तक पक्का पुल नहीं दिया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना था कि पक्का पुल नहीं होने के कारण मजबूरी में लोग अपने रोजी रोजगार को लेकर नाव की खतरनाक सवारी करने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से गंगा में डूबे लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा सौपे जाने की भी मांग की है। फिलहाल वैशाली और पटना पुलिस एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से गंगा में डूबे लोगों की तलाश में जुटी है।