देवरिया। एलईडी बल्ब चोरी करने के आरोप में जिला कारागार में बंद कुशीनगर जिले के बंदी (Prisoner) की मंगलवार को इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई।
चिकित्सकों की सूचना पर सदर कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जेल प्रशासन ने मामले की जानकारी आलाधिकरियों और मृतक के परिजनों को दी। बंदी की मां ने पुलिसकर्मियों की पिटाई से मौत का आरोप लगाया है। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि पेट दर्द और उल्टी की शिकायत पर उसे सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कुशीनगर जिले के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के रामलीला मैदान हथिसार मोहल्ला के रहने वाले अकतर (27) पुत्र हसनैन को पुलिस ने एक मैरेज हॉल से बल्ब चोरी के आरोप में 25 नवम्बर को गिरफ्तार किया था। 26 नवम्बर को उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे देवरिया जिला कारागार भेज दिया गया था। कुछ दिनों से अकतर की तबीयत खराब चल रही थी।
जिला कारागार के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। सोमवार को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। बंदी के साथ ड्यूटी पर तैनात बंदी रक्षकों ने इसकी जानकारी जेल के अधिकारियों को दी। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने इसकी सूचना सदर कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जेल प्रशासन ने बंदी की मौत के बारे में आलाधिकारियों और उसके परिजनों को जानकारी दी। बंदी की मौत की सूचना पर परिवार के लोग देवरिया मोर्चरी पर पहुंचे। मां आयसा, भाई अफजल व अफरोज और बहन का रो-रो कर बुरा हाल था।
मां का आरोप-पुलिस की पिटाई से हुई मौत
अकतर की मां आयसा ने आरोप लगाया है कि चोरी में उसका बेटा मौके से नहीं पकड़ा गया था। मोहल्ले का एक युवक पकड़ा गया था। उसके कहने पर पुलिस ने उसके बेटे को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अकतर को बहुत मारापीटा ताकि वह चोरी की बात को स्वीकार कर ले। वह नहीं माना तो पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री देकर टॉर्चर किया। जेल में आने के बाद उसकी तबीयत खराब होती गई।