आगरा। ताजगंज थाना क्षेत्र में बुधवार को एक बुजुर्ग महिला से इलाज के नाम पर 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी (Fraud) के मामले में पुलिस ने पीड़ित महिला के पोते की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ताजगंज के नगला कली निवासी 78 वर्षीय शांति देवी के पोते मनीष शुक्ला ने सदर निवासी गोविंद प्रसाद पर यह आरोप लगाया है कि इलाज के नाम पर उसने मेरी दादी से 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। बताया कि गाेविंद का उनके घर पर पिछले छह सालों से आना-जाना है। वहीं, दादी के इलाज के नाम पर वह उनका अंगूठा लगवाकर रुपये निकलवाता रहा। आरोपी ने धीरे-धीरे कर रकम को अपने और अपनी पत्नी नेहा के खाते में ट्रांसफर करा लिए।
पिछले वर्ष सितम्बर माह में दादा के निधन पर बैंक खातों की जानकारी ली गयी तो इस धोखाधड़ी का मामला सामने आया। आरोपी ने पहले 10 नवम्बर 2015 को 40 हजार, 28 मार्च 2016 को 1.06 लाख रुपये, 21 अक्टूबर 2016 को साढे़ 49 हजार, 29 दिसम्बर 2017 को 68 हजार रुपये, एक जून को 02 लाख रुपये, एक अक्टूबर 2018 को पांच लाख रुपये निकाले। जिसके पश्चात उसी दिन 3 लाख 41 हजार रुपये आरटीजीएस के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर कराए हैं।
इसके बाद दूसरे खाते से कई बार में करीब 16 लाख रुपये अपनी पत्नी नेहा शर्मा के खाते में ट्रांसफर कराया गया है। दादी से पूछने पर पता चला कि गोविंद उन्हे एक भी रुपया नहीं देता था बल्कि गोविन्द द्वारा दवा के पर्चों पर अंगूठा लगाए जाने की बात कही। इस मामले में गोविन्द पर शक होने के चलते मनीष ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर थाना ताजगंज में गोविंद प्रसाद, नेहा शर्मा, रवि, छोटू और शिवकुमार के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।