उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2024-25 में प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ पूरी दुनिया के लिए भव्यता, दिव्यता और सुव्यवस्था का मानक बनेगा।
श्री योगी ने मंगलवार को अधिकारियों को निर्देश दिये कि महाकुंभ के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए। कोई भी तैयारी अपूर्ण और अस्थायी नहीं होनी चाहिए। श्री योगी ने जनवरी 2021 के माघमेला के दौरान कल्पवासियों के संकल्प को सफल करने के लिए कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रयागराज मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये उन्होने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन परियोजना भविष्य की ज़रूरतों के मद्देनजर अति महत्वपूर्ण है। आगामी महाकुंभ जब प्रयागराज में होगा, तब स्मार्ट सिटी जैसी परियोजनाओं से बहुत मदद मिलेगी। सारी परियोजनाएं इस आयोजन को ध्यान में रखकर पूरी की जाएं।
बिहार विधानसभा चुनाव : मायावती बोलीं-गठबंधन को बहुमत मिला तो उपेंद्र कुशवाहा होंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज नगर की सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नियोजित प्रयास पर बल देते हुए शहर के कटरा, कचहरी और कलेक्ट्रेट जैसे क्षेत्रों में पार्किंग समस्याओं के समाधान के संबंध में प्रस्तावित कार्ययोजना के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आज इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्रों में सुधार तथा रोजगार सृजन हेतु देश में अग्रणी है।
कुम्भ-2019 में हुए विकास कार्यों के कारण प्रयागराज मण्डल में विकास की नयी तस्वीर उभर रही है। pic.twitter.com/ruRcqTkuSl
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 29, 2020
उन्होने कहा कि गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में फ्लोराइड और आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए नियोजित प्रयास किये जायें। बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रयागराज मण्डल के पौराणिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। भगवान बुद्ध की तपोस्थली कौशाम्बी के साथ-साथ, भगवान राम और निषाद की मित्रता की स्थली श्रृंगवेरपुर सामाजिक समरसता की प्रतीक भी है। प्रभु राम श्री वन गमन का मार्ग भी यहीं से होकर जाता है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू कोरोना पॉजिटिव, ट्वीट कर दी जानकारी
श्री योगी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में विकास की सम्भावनाओं के दृष्टिगत अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनाएं। उन्होने कहा कि परियोजनाओं के लम्बित रहने से लागत के पुनरीक्षण की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे उसकी लागत बढ़ती है और जनता को उसका लाभ भी समय से नहीं मिल पाता। सभी परियोजनाएं समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण की जाएं। परियोजना के संबंध में प्रत्येक स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिये।
उन्होने कहा कि प्रयागराज मंडल ने कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने लिए अच्छा प्रयास किया है। लेकिन अब और सतर्कता की ज़रूरत है। पिछले एक सप्ताह से संक्रमण की दर घटी है, रिकवरी रेट सुधरा है, लेकिन प्रयागराज में डेथ रेट और रिकवरी रेट प्रदेश के औसत से अधिक है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जब तक कोई वैक्सीन या दवा नहीं आती, तब तक सतर्कता ही बचाव है।
यूपी-बिहार जानें वाली ट्रेनें 25 अक्टूबर से 10 दिसंबर तक फुल, दिवाली, छठ पर घर पहुंचना मुश्किल
सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने औद्योगिक नगरी नैनी के पुनर्जीवन की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि बेहतर हो यदि महत्वाकांक्षी डिफेंस कॉरिडोर परियोजना को चित्रकूट से बढ़ाकर नैनी तक लाया जाए। मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ जारी अभियान की तारीफ की। उन्होंने प्रयागराज मण्डल में कन्वेंशन सेंटर की आवश्यकता भी बताई।
श्री योगी ने कहा कि रज्जू भइया विश्वविद्यालय के शेष निर्माण कार्य को तेज किया जाए। राजकीय मेडिकल कॉलेज कौशाम्बी, प्रतापगढ़, फतेहपुर में अगले सत्र से पठन-पाठन शुरू करना है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर कॉलेज भवनों का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रतापगढ़ के निर्माण कार्य को प्राथमिकता दें।
हाथरस गैंगरेप केस : भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर बोले- पोस्टमॉर्टम में हुई घपलेबाजी, किया प्रदर्शन
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज-कानपुर सेक्शन पर बेगम बाजार-भगवतपुर मार्ग पर रेल उपरिगामी पुल निर्माण कार्य के अवरोधों को दूर करने के लिए हर स्तर पर कोशिश की जाए। लाल बहादुर शास्त्री होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज प्रयागराज का निर्माण कार्य ढाई दशक से लंबित है। इसे शीघ्र पूर्ण किया जाए।