चित्रकूट। यूपी के कुख्यात माफिया डॉन और बाहुबली राजनेता मुख्तार अंसारी (Bahubali Mukhtar Ansari) की बहू निकहत बानो (Nikhat Bano) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से बड़ी राहत मिली है। जेल में बंद निकहत को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने जमानत दे दी है। कोर्ट ने मानवीय आधार पर मुख्तार की बहू निकहत बानो (Nikhat Bano) को जमानत दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निकहत एक साल के बच्चे की मां है, इसी आधार पर उसे जमानत दी जा रही है। हालांकि, कोर्ट ने निकहत को जमानत की शर्तों के लिए निचली अदालत जाने को कहा है। निकहत बाहुबली मुख्तार अंसारी जो कि बांदा जेल में बंद है, उसके बड़े बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) की पत्नी है। मऊ सदर से विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) फिलहाल कासगंज जेल में बंद है।
हाईकोर्ट से नहीं मिली थी राहत
महीनों से चित्रकूट जेल में बंद निकहत बानो (Nikhat Bano) ने जमानत के लिए इलाहाबदा हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। उच्च न्यायालय ने इस पर सुनवाई करते हुए बानो की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद मुख्तार का बहू ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चैलेंज किया, जहां आज उसे राहत मिल गई।
कैसे सलाखों के पीछ पहुंची निकहत ?
निकहत बानो (Nikhat Bano) के जेल पहुंचने की कहानी भी बहुत दिलचस्प है। दरअसल, उसका विधायक पति अब्बास अंसारी जब चित्रकूट जेल में बंद था, तब निकहत उससे गैरकानूनी तरीके से मुलाकात करने जाया करती थी। जेल में पति – पत्नी की स्पेशल सीक्रेट मीटिंग होती थी। इस स्पेशल मुलाकात का इंतजाम जेल में तैनात पुलिसकर्मी करते थे। बदले में विधायक अब्बास अंसारी की ओर से उन्हें मोटा पैसा और महंगे तोहफे मिलते थे।
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एक दिन दोनों की इस खुफिया मुलाकात की बात लीक हो गई और चित्रकूट जिले के डीएम और एसपी निजी गाड़ी और सफेद कपड़ों में चुपचाप छापेमारी करने पहुंच गए। इसी दौरान दोनों अब्बास और निकहत रंगेहाथ जेल में पकड़े गए थे। इसी मामले को लेकर पुलिस ने निकहत बानो को गिरफ्तार किया था और वो तब से चित्रकूट जेल में बंद थीं। वहीं, विधायक अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से निकालकर कासगंज कारागार में शिफ्ट कर दिया गया।