उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में कोविड 19 की दूसरी डोज लगवाकर आए एक वृद्व की उसी दिन रात में मौत हो गई।
परिजनों ने टीकाकरण करने वाली टीम पर ही गलत ढंग से टीका लगाने का आरोप मढ़ दिया है। परिजनों की शिकायत पर जांच को गई टीम को कुछ हाथ नही लग सका। मृतक के परिजन भी कोई साक्ष्य नहीं दे सके। शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जा सका। इससे मौत के कारणों का पता नहीं चल सका।
सीएमओ डा. सीमा अग्रवाल ने बताया जांच कराई गई और परिजन ने जिस अस्पातल में ले जाने की बात कही वहां पर कोई रिकार्ड नहीं था। तबियत खराब होने की सूचना भी नहीं दी गई। दूसरी डोज कोविडशील्ड की थी और इसी से नौ अन्य लोगों को भी टीका लगाया गया। अन्य लोग ठीक हैं। वैक्सीन में कोई खराबी नहीं है वह ठीक हैं।
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सीएमओ ने कहा कि शहर के मोहल्ला सुनगढ़ी के रहने वाले राजेन्द्र अग्निहोत्री ने 12 जुलाई को ड्रमंड कालेज में कोविडशील्ड का दूसरा टीका लगवाया था। उनको पहली डोज 15 अप्रैल को लगी थी। टीका लगवाने के बाद रात में ही परिजनों के अनुसार उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत टीका लगाया गया और इससे शरीर नीला पड़ गया था। परिजनों ने बताया कि रात में ही एक निजी अस्पताल ले गए थे जहां मृत घोषित कर दिया गया।
सीएमओ के अनुसार सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद उनके निर्देश पर डा.एके सिंह ने मृतक के घर जाकर जांच की। जांच के दौरान बीमारी से संबंधित कोई ठोस जानकारी परिजन नहीं दे सके। बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया।