चेन्नई। द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने रविवार को अभिनेता रजनीकांत के राजनीति में प्रवेश करने के फैसले पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने राज्य में चार-पांच महीने बाद होने जा रहे तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में द्रमुक को हराने व सत्ता में आने से रोकने के लिए उन्हें राजनीति में आने के लिए मजबूर किया।
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स्टालिन ने पार्टी के जिला सचिवों व पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि द्रमुक को सत्ता में आने से रोकने के लिए कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन आगामी चुनावों में द्रमुक को जीतने से कोई रोक नहीं सकता है।
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उन्होंने उम्मीद जतायी कि पार्टी सत्ता में आएगी। द्रमुक पर तीन तरफा हमले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि महाभारत में बताया गया है कि अर्जुन का लक्ष्य कभी विफल नहीं होता था, उसी तरह से हमारा लक्ष्य इस बार विफल नहीं होगा।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेदों को भूलने तथा पार्टी की जीत के लिए पूर्ण प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने 1971 तथा 1996 में पार्टी की जीत के लिए मेहनत की था, उसी तरह से कठित परिश्रम करना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि 234 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 117 सीटें काफी है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विधानसभा चुनावों में 200 से अधिक सीटें जीतना और राज्य में द्रमुक की मजबूत सरकार बनाने का है।