सिद्धार्थनगर। अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर गुरुवार को सिद्धार्थनगर मुख्यालय पर श्रम विभाग, एएचटीयू पुलिस एवं मानव सेवा संस्थान सेवा के संयुक्त तत्वाधान में वृहद जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को बाल श्रम न कराये जाने हेतु जागरूक किया गया।
जागरूकता रैली नगर पालिका कार्यलय से निकाली गई जिसमें बाल श्रम पर प्रतिबंध लगाओ, बच्चों का जीवन बचाओ। हम सब ने यह ठाना है, बाल मजदूरी को देश से मिटाना है। चाहे कितनी भी हो मजबूरी, बच्चों से ना कराए मजदूरी। बाल श्रम हटाओ, बच्चों का बचपन बचाओ। बाल मजदूरी करवाओगे, तो मुश्किल में पड़ जाओगे। बच्चों से मजदूरी कराओगे, तो जीवन में कभी सुख नहीं पाओगे। गांव-गांव शहर-शहर अब एक ही नारा, बच्चों को मजदूरी से बचाओ और बनो उनका सहारा। बच्चों को पढ़ाओ, बाल मजदूरी हटाओ। बच्चों बनाओ बाल मजदूरी से दूरी, वरना जिंदगी रह जाएगी अधूरी। बच्चे है देश की शान, मत बेचो इन्हें मजदूरी के हाथ। नारे लगाए जा रहे थे। रैली सिद्धार्थ तिराहा, रेलवे स्टेशन पहुँची, तत्पश्चात पुनः नगर पालिका कार्यालय पहुँची, जँहा पर रैली का समापन हुआ।
इस अवसर पर श्रम पर्वतन अधिकारी उज्ज्वल त्रिपाठी ने बालश्रम करवाने वाले नियोक्ता के खिलाफ लगने वाली धाराओं के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान एएचटीयू प्रभारी निरीक्षक राम कृपाल शुक्ला ने बाल अधिकारो, एवं बाल श्रम जैसी समस्याओं के बारे वविस्तृत जानकारी दी तथा पॉक्सो ऐक्ट एवं जेजे ऐक्ट की जानकारी दी। मानव सेवा संस्थान सेवा के जिला समन्वयक जय प्रकाश गुप्ता ने बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूर, बाल विवाह एवं बाल यौन उत्पीड़न से बचाव हेतु विस्तृत जानकारी साझा किया। इस दौरान उप निरीक्षक हरिओम, संतोष कुमार सिंह, लक्ष्मन सिंह, मुख्य आरक्षी देवेंद्र यादव, आरक्षी आशुतोष सिंह, समरजीत चौरसिया, महिला आरक्षी इशरावती, ममता, श्रम विभाग के गौरी दत्त तिवारी, शैलेंद्र वर्मा, राहुल शर्मा, अमरजीत पाण्डेय, राघव प्रसाद, जगदम्बा प्रसाद, आनन्द कुमार, मानव सेवा संस्थान सेवा के आनन्द, संदीप कुमार मद्धेशिया, पिरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक प्रोग्राम लीड सत्येंद्र सिंह, नीति आयोग के डीपीए अभिवनव द्विवेदी सहित भारी संख्या में लोग शामिल रहे।