• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

महालक्ष्मी व्रत के दौरान पढ़ें यह कथा, घर से दूर हो जाएगी दरिद्रता

Writer D by Writer D
01/09/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Mahalaxmi Vrat

Mahalaxmi Vrat

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हर साल भादो शुक्ल अष्टमी तिथि से लेकर अश्विन कृष्ण अष्टमी तक महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) किया जाता है। 16 दिनों तक रखे जाने महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत आज से हो रही है और 14 सितंबर को इनका समापन हो जाएगा। इन सोलह दिनों के दौरान धन और वैभव की देवी महालक्ष्मी की आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) करने से घर में दरिद्रता दूर होती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है। महिलाओं के लिए यह व्रत विशेष रूप से कल्याणकारी माना गया है। जो महिलाएं 16 दिनों तक महालक्ष्मी व्रत करती हैं, उनके लिए इस व्रत कथा का पाठ करना जरूरी माना गया है। ऐसे में आइए पढ़ते हैं महालक्ष्मी व्रत की कथा।

महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) कथा हिंदी में

पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। वह भगवान विष्णु का बड़ा भक्त था और रोजाना उनकी भक्तिभाव से पूजा करता था। गरीब ब्राह्मण की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उसे दर्शन दिए और वरदान मांगने को कहा। उस ब्राह्मण ने लक्ष्मी जी को अपने घर में निवास करने की इच्छा जाहिर की। भगवान विष्णु ने उसे बताया कि मंदिर के सामने एक स्त्री उपले थापने आती है। तुम उसे अपने घर आने का निमंत्रण दो। वही स्त्री लक्ष्मी जी हैं और उनके घर आने से तुम्हारा घर धन-धान्य से भर जाएगा।

भगवान विष्णु की बात मानकर ब्राह्मण ने मंदिर के सामने बैठ गया। कुछ देर बाद मां लक्ष्मी उपले थापने आईं। उस ब्राह्मण ने लक्ष्मी जी से अपने घर आने का निवेदन किया। लक्ष्मी जी समझ गईं कि यह सब विष्णु जी ने ही कहा है। तब उन्होंने ब्राह्मण से कहा कि वह पूरे 16 दिनों तक महालक्ष्मी व्रत करे। फिर 16वें दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी।

गरीब ब्राह्मण ने लक्ष्मी जी की बात मानकर 16 दिनों तक विधि-विधान से महालक्ष्मी व्रत किया। फिर 16वें दिन उसने चंद्रमा को अर्घ्य दिया और अपनी मनोकामना मांगी। महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) के कारण लक्ष्मी जी ने उसकी मनोकामना पूरी की और उसका घर धन-धान्य से भर दिया।

महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) कथा का महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भी व्यक्ति महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat) रखकर इस कथा को सुनता या है पढ़ता है, उसकी सारी मनोकामनाएं लक्ष्मी जी पूरा करती हैं और उसके घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं रहती है। महालक्ष्मी व्रत रखकर कथा का पाठ करने से करियर और कारोबार में भी तरक्की के योग बनते हैं।

Tags: Mahalaxmi Vrat
Previous Post

आज किया जाएगा ज्येष्ठ गौरी पूजन, जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व

Next Post

पितृ पक्ष में कौवे को क्यों खिलाते हैं भोजन, जानें इसका महत्व

Writer D

Writer D

Related Posts

Banana Cheela
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में बनाएं सेहत और स्वाद से भरपूर ये डिश

23/10/2025
Foot Odor
फैशन/शैली

पैरों से आती बदबू को इन उपायों से करें दूर

23/10/2025
hair
फैशन/शैली

लंबे बालों का सपना पूरा करने के लिए करें ये उपाय

23/10/2025
blouse design
फैशन/शैली

पुरानी साड़ी को बनाए स्टाइलिश, यहां से लें इसके टिप्स

23/10/2025
Besan Face Pack
Main Slider

बेसन के साथ मिलाकर चेहरे पर ना लगाएं ये चीजें, स्किन हो जाएगी बर्बाद

23/10/2025
Next Post
Pitru Paksha

पितृ पक्ष में कौवे को क्यों खिलाते हैं भोजन, जानें इसका महत्व

यह भी पढ़ें

Horoscope

5 फरवरी राशिफल : जानें अपने सितारों का हाल

05/02/2023
Somvati Amavasya

सोमवती अमावस्या पर करें शिव पूजा, दूर हो जाएगा काल सर्प दोष

17/07/2023
प्रहलाद मोदी

भारत किसी भी देश को भी जवाब देने में सक्षम है : प्रहलाद मोदी

27/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version