अयोध्या। बहु प्रतीक्षित राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण इस साल अप्रैल से शुरू हो जाएगा। इससे पहले मंदिर की नींव से जुड़े राफ्ट का निर्माण 21 जनवरी को पूरा हो जाएगा। राफ्ट के ऊपर 20 फिट ऊंचा राम चबूतरा बनाया जाएगा।
राम मंदिर का निर्माण कर रही एन एंड टी कंपनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनोद मेहता ने बताया कि 21 जनवरी को राफ्ट के साथ राम मंदिर निर्माण को दूसरे चरण का काम पूरा होगा। राम चबूतरा 20 फिट ऊंचा है जो अप्रैल तक पूरा होगा। इसमें ग्रेनाइट के 25000 पत्थर लगेंगे जो कई आकार के होंगे।
गर्भगृह 10.5 गुणे 10.5 मीटर का होगा
उन्होंने बताया कि गर्भगृह का काम अप्रैल से शुरू होगा और इसमे मकराना का पत्थर लगेगा। राम मंदिर में 4 लाख 50 हजार घन फीट पत्थर लगेंगे। इसमें गर्भ गृह, कीर्तन मंडप, नृत्य मंडप व रंग मंडप बनेंगे। गर्भगृह 10.5 गुणे 10.5 मीटर का होगा। रामलला की चल मूर्ति भूमि तल पर स्थापित होगी जबकि पहले तल पर राम दरबार होगा। दूसरे तल पर क्या होगा यह तय नहीं हो पाया है। राममंदिर ट्रस्ट प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश थापड़े ने बताया कि राम मंदिर में लोग पूर्व दिशा से आकर दर्शन करेंगे। मंदिर में जाने के लिए दो सीढ़ियां होंगी। 250 गुणे 350 फीट गुणे 60 फीट का परकोटा होगा।
मंदिर निर्माण में 400 मजदूर कर रहे काम
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण में 400 मजदूर काम कर रहें है. कार्यशाला के पत्थर चार माह में लगने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट रामलला के दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए हर प्रयास कर रहा है। दिसंबर 2023 तक रामलला अपने भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे।