लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) ने प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य वरिष्ठ पदों पर खुद को तैनात अधिकारी बताकर नाैकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार (thug arrested) किया है।
एसटीएफ की ओर से बुधवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार लगभग 250 लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड प्रतीक मिश्रा को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।
जांच में पाया गया कि वह खुद को आईएएस और आईपीएस के अलावा राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (एनआईसी) का प्रदेश प्रभारी, खुफिया एजेंसी आईबी और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के फील्ड आॅफिसर साइबर सॉल्यूशन इन्फोर्मेशन सेंटर का प्रबंध निदेशक बताकर लोगों को विभिन्न विभागों मे नौकरी दिलाने का झांसा देता था। इसके लिये वह लोगों से बात करते समय फोन पर आवाज बदलने वाले साफ्टवेयर और इंटरनेट कॉलिंग का प्रयोग करता था।
प्रतीक, संतकबीर नगर जिले के ग्राम समदहा, थाना बखिरा का रहने वाला है। फिलहाल वह लखनऊ स्थित मानक नगर थाने के कनौसी में गंगाखेड़ा कालोनी में रह रहा है। उसके पास से एसटीएफ ने 02 मोबाइल फोन, एक आईपीएस का फर्जी परिचय पत्र, एक लैपटाप, कुछ नियुक्ति पत्र और काॅल लेटर के प्रारूप सहित अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं। उसके खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आपराधिक मामले सुसंगत धाराओं में दर्ज किये गये हैं।
मिश्रा की धोखाधड़ी के शिकार लोगों द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत में बताया गया था कि उसने लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर पहले पंजीकरण कराने के लिये प्रति व्यक्ति 6,500 रुपये से लेकर 25 हजार रुपये तक लिये।
बाद में वह कम्पनी बंद कर फरार हो गया। वर्तमान मे विभिन्न सरकारी विभागों का अधिकारी बनकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहा है।