साइक्लोन यास ने ओडिशा और बंगाल में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। ओडिशा में तो इसके कारण मौसम का भारी तांडव चल रहा है, जहां तेज़ बारिश और हवाएं चलने लगी हैं। ओडिशा के बालासोर में बिगड़े मौसम के बीच एक कच्चे घर की दीवार टूट गई, जिसके कारण परिवार यहां पर ही फंस गया था।
तूफान के लिए तैनात की गई एनडीआरएफ की टीमों ने यहां मौके पर पहुंचकर 6 महीने के बच्चे, एक महिला को बाहर निकाला। एनडीआरएफ ने कुल चार लोगों को यहां से बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर ले गए।
तूफान के लैंडफॉल से पहले ओडिशा में मौसम ने खतरनाक रूप ले लिया है, ऐसे में यहां लगातार हो रही बारिश से कच्चे घर की दीवार टूट गई थी। क्योंकि मौसम ऐसा था तो परिवार कहीं जा नहीं सका, ऐसे में एनडीआरएफ ने इनकी जान बचाई
तूफान यास की लैंडफाल की प्रक्रिया शुरू, 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा
एनडीआरएफ की टीम अब इन सभी पास में ही जाजपुर के एक गांव में ले गई है, जहां पर सरकारी स्कूल में अस्थाई शेल्टर बनाया गया है।
बंगाल और ओडिशा में साइक्लोन यास का कहर
साइक्लोन यास के कारण बंगाल और ओडिशा में सबसे ज्यादा असर दिख रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो गई है जो कि दो घंटे तक चलेगी। लैंडफॉल के बीच ही तेज आंधी, बारिश होती दिख रही है।
यास चक्रवात ने लिया खतरनाक रूप, बंगाल में रेड अलर्ट जारी
एनडीआरएफ की करीब 100 टीमें साइक्लोन यास का सामना करने के लिए लगी हुई हैं, सबसे ज्यादा टीमों की तैनाती ओडिशा और बंगाल में ही है। साइक्लोन के लैंडफॉल के पहले ही तटीय इलाकों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, लेकिन अब जब तूफान दस्तक दे चुका है तो जो लोग फंस रहे हैं उनका रेस्क्यू किया जा रहा है।