हांगकांग का 26 साल पुराना लोकतंत्र समर्थक अखबार एप्पल डेली बंद हो गया। गुरुवार को उसका आखिरी संस्करण प्रकाशित हुआ। लोग बारिश के बीच रात से ही अखबार के दफ्तर के बाहर पहुंचने लगे थे, ताकि स्टाफ का उत्साह बढ़ा सकें। देखते ही देखते सुबह 8 बजे तक अखबार की 10 लाख प्रतियां बिक गईं।
एप्पल डेली के लास्ट एडिशन में फ्रंट पेज पर एक स्टाफ के समर्थकों की तरफ हाथ हिलाते हुए फोटो थी। इसकी हेडलाइन थी- ‘हांगकांग निवासियों ने बारिश में दर्द भरा अलविदा कहा।’ वहीं, अखबार को देशभर के लोगों ने भावनात्मक विदाई दी।
बता दें कि ये अखबार हर दिन 80 हजार प्रतियां प्रकाशित करता था। ग्लोबल टाइम्स से अखबार के ग्राफिक्स डिजाइनर डिक्शन एनजी ने कहा- ‘आज हमारा अंतिम दिन और ये आखिरी संस्करण है। इसके खत्म होने के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि हांगकांग में प्रेस की स्वतंत्रता खत्म हो रही है।’
लोकतंत्र के लिए ये दुखद दिन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे हांगकांग और दुनिया भर में मीडिया की आजादी के लिए एक दुखद दिन करार दिया। व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्र भाषण को दंडित करने वाले कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के माध्यम से गिरफ्तारी, धमकियों और जबरदस्ती करके बीजिंग ने स्वतंत्र मीडिया को दबाने व असहमतिपूर्ण विचारों को चुप कराने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग किया है।
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लोकतंत्र खतरे में हैं
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, “स्वतंत्र मीडिया लचीला और समृद्ध समाजों में एक अहम भूमिका निभाता है। पत्रकार सच बोलने वाले होते हैं जो नेताओं को जवाबदेह ठहराते हैं और सूचनाओं को स्वतंत्र रूप से मुहैया कराते रहते हैं। अब इसकी आवश्यकता पहले से कहीं अधिक हांगकांग में और दुनिया भर में उन जगहों पर है जहां लोकतंत्र खतरे में है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन से स्वतंत्र प्रेस को निशाना बनाना बंद करने और हिरासत में लिए गए पत्रकारों व मीडिया अधिकारियों को रिहा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का काम अपराध नहीं है।
बाइडन ने कहा, “हांगकांग में लोगों को प्रेस की स्वतंत्रता का अधिकार है। इसके बजाय, बीजिंग बुनियादी स्वतंत्रता से इनकार कर रहा है और हांगकांग की स्वायत्तता व लोकतांत्रिक संस्थानों और प्रक्रियाओं पर हमला कर रहा है, जो इसके अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के साथ असंगत है।”