गाजियाबाद। डासना जिला जेल में रहते हुए 16 बंदियों ने ग्रेजुएशन ने स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन बन्दियों का कहना है कि उन्हें यह सफलता जेल प्रशासन द्वारा दिये गया अच्छे माहौल के कारण उन्हें मिली है। बुधवार को इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय ने सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।
डासना जिला जेल के जेल सुपरिटेंडेंट आलोक सिंह और जेलर ब्रिजेन्द्र सिंह ने बताया कि इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय से जिला जेल में निरूद्ध 16 बंदियों द्वारा बीए, बीकॉम, एमएसओ और पीजीडीआईबीओ की परीक्षा पास की है।
बुधवार को इन बंदियों को इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार एएम सकलानी और अमित चतुर्वेदी ने जिला जेल में सर्टिफिकेट प्रदान किए। डासना जेल में जिस तरह बंदियों के रखरखाव और मानव अधिकार के अंतर्गत आने वाले सभी प्रावधानों में बंदियों के लिए हर संभव कार्य किए जाते हैं।
जिसके चलते डासना की जिला जेल में बंदियों को अवसाद से ग्रस्त होने से बचाने के उद्देश्य से म्यूजिक, सिंगिंग, सिलाई कढ़ाई, खेल कूद और पढ़ाई की व्यवस्था कर रखी है। जिसे सुचारू रूप से ट्रेनर द्वारा अपने काम को बखूबी अंजाम दिया जाता है।
12 दिन की कस्टडी रिमांड पर भेजे गए रोहिंग्याओं को शरण देने वाले दो सरगना
इसी का परिणाम है कि जेल में बंद 16 बंदियो द्वारा बीए,बीकॉम, एमएसओ और पीजी’डीआईबीओ की परीक्षा पास करने में सफलता मिली है। इस मौके पर डिप्टी जेलर शैलेश सिंह, डिप्टी जेलर एके सिंह, एके झा, अध्यापक अफजाल खान, डिप्टी जेलर विजय कुमार गौतम आदि उपस्थित रहे।