• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

2025 में बसंत पंचमी कब है, नोट कर लें पूजा-विधि

Writer D by Writer D
24/12/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Basant Panchami

Basant Panchami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी (Basant Panchami) कहा जाता है। इस दिन सरस्वती पूजा होती है है। इसी दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत होती है। बसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। माता सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, विज्ञान और शिल्प-कला की देवी माना जाता है। इस दिन को श्री पंचमी और सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। बसंत पंचमी का दिन सभी शुभ कार्यो के लिये उपयुक्त माना जाता है। इसी कारण से बसंत पंचमी का दिन अबूझ मुहूर्त के नाम से प्रसिद्ध है और नवीन कार्यों की शुरुआत के लिए उत्तम माना जाता है।

2025 में बसंत पंचमी (Basant Panchami) कब है– 2025 में बसंत पंचमी का पर्व 2 फरवरी 2025, रविवार को है।

इस दिन शादी-विवाह, मुंडन, नामकरण, गृह-प्रवेश व खरीदारी की जाती है। कहते हैं कि इस दिन विवाह के बंधन वाले जातकों को सभी देवी-देवताओं का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और जोड़े का बंधन सात जन्मों तक रहता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का तिलकोत्सव हुआ था। इसलिए यह दिन शादी के लिए काफी शुभ माना गया है।

हिंदू मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी (Basant Panchami) के दिन ही मां सरस्वती का जन्म हुआ था। प्रचलित एक पौराणिक कथा के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन भगवान ब्रह्मा ने मां सरस्वती की रचना की थी। ब्रह्मा जी ने एक ऐसी देवी की संरचना की, जिनके चार हाथ थे। एक हाथ में वीणा, दूसरे हाथ में पुस्तक, तीसरे हाथ में माला और चौथा हाथ वर मुद्रा में था। ब्रह्मा जी ने मां सरस्वती को वीणा बजाने के लिए कहा, जिसके बाद संसार की सभी चीजों में स्वर आ गया। यही कारण है कि उन्होंने सरस्वती मां को वाणी की देवी नाम दिया। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। पूजा के दौरान मां सरस्वती को कुछ खास चीजों का भोज लगाने से बुद्धि के वरदान की प्राप्ति होती है।

पूजा विधि: प्रातः काल स्नान कर पूजा स्थल पर एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाएं, उस पर मां सरस्वती का चित्र या प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद कलश, भगवान गणेश और नवग्रह पूजन कर मां सरस्वती की पूजा करें। मिष्ठान का भोग लगाकर आरती करें।

Tags: Basant Panchami dateBasant Panchami puja
Previous Post

2025 में मौनी अमावस्या कब है? जानें स्नान-दान का मुहूर्त

Next Post

ठंड में मज़ा लीजिये वेजिटेबल मंचाओ सूप का

Writer D

Writer D

Related Posts

tamarind
फैशन/शैली

पेट दर्द में इससे करें इलाज

25/10/2025
Cheesy Maggi Sandwiches
Main Slider

बच्चों के लिए बनाये मैगी ये बनी ये मजेदार डिश

25/10/2025
Sabudana ki Barfi
Main Slider

ये मिठाई मुंह में रखते ही घुल जाएगी, बनाकर देखें

25/10/2025
Life
फैशन/शैली

लाइफ में आगे बढ़ने के लिए इस गुण का होना है बेहद जरूरी

25/10/2025
upper lip hair
फैशन/शैली

अनचाहे बालों को हटाने के लिए अपनाएं ये उपाय

25/10/2025
Next Post
Veg Manchao Soup

ठंड में मज़ा लीजिये वेजिटेबल मंचाओ सूप का

यह भी पढ़ें

CM Bhajanlal Sharma

राजस्थान के 5897 गांव अभावग्रस्त घोषित

23/01/2025
काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग contact tracing

अयोध्या में बुनियादी पर्यटन सुविधाओं का होगा विकास : योगी

04/09/2020
Congress

घर-घर वैक्सीन पहुंचाए बिना कोरोना से लड़ना असम्भव है : राहुल-प्रियंका

12/05/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version