गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आहृवान करते हुए कहा कि कोविड किसी एक विभाग की लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश की लड़ाई है। इसमें आमजन के साथ-साथ सभी को एकजुट होकर लड़ना है और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है।
श्री योगी ने सोमवार को बीआरडी मेडिकल काॅलेज, गोरखपुर में 300 शैय्यायुक्त एल-3 कोविड चिकित्सालय, बी0एस0एल0-3 लैब, 100 बेड पी0जी0 हाॅस्टल तथा गेस्ट हाउस का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि कोविड किसी एक विभाग की लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश की लड़ाई है। इसमें आमजन के साथ-साथ सभी को एकजुट होकर लड़ना है और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है।
उन्होंने कहा कि समय-सीमा के अन्दर पूर्वान्चल वासियों के लिए मेडिकल काॅलेज के बाल चिकित्सा संस्थान में इस कोविड अस्पताल का निर्माण किया गया है। साथ ही, प्रदेश का पहला बाॅयोसेफ्टी लेवल-3 लैब का भी शुभारम्भ किया गया है।
कोरोना में उपचार से अधिक महत्वपूर्ण बचाव है। यह बचाव का कार्य प्रशासन के स्तर पर होना चाहिए। प्रारम्भिक रूप से हमें, सभी को इसके बारे में जागरूक करना पड़ेगा: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/bEewA9z7EP
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 7, 2020
श्री योगी ने कहा कि इस पूरे परिक्षेत्र में लेवल-3 का बी0आर0डी मेडिकल काॅलेज में 200 बेड का अस्पताल था। 300 अतिरिक्त बेड के अस्पताल की स्थापना से बेडों की संख्या बढ़कर 500 हो गयी है। इस कोविड अस्पताल में 100 आई0सी0यू0 बेड्स तथा 200 आइसोलेशन बेड्स हैं। इस अस्पताल में 72 वेन्टीलेटर, 50 एच0एफ0एन0सी0 तथा 200 इन्फ्यूजन पम्प सहित मोबाइल डिजीटल एक्स-रे मशीन, पोर्टेबल अल्ट्रासाउण्ड मशीन सहित माॅनीटर, पल्स ऑक्सीमीटर आदि उपलब्ध हैं।
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उन्होंने कहा कि 300 बेड के चिकित्सालय का निर्माण हो जाने से गोरखपुर तथा आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। प्रदेश के पहले बी0एस0एल0-3 लैब का उद्घाटन हो जाने से जांच की क्षमता में वृद्धि होगी। कोरोना संक्रमण जांच की संख्या लगातार बढ़ रही है। राज्य में रविवार को एक लाख 55 हजार लोगों की कोविड-19 की जांच की गयी। प्रदेश सरकार कोरोना से पूरी मजबूती के साथ लड़ रही है, जिसका परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना पाॅजिटिव दर तथा मृत्यु दर कम है तथा रिकवरी रेट बेहतर है।
मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में कार्य करने वालों से आह्वान किया कि मानवता की सेवा का जो अवसर उन्हें मिला है, अपने कार्यों के साथ-साथ मरीज के परिवार के एक सदस्य के रूप में भूमिका का निर्वहन करते हुए मरीजों को स्वस्थ्य करके घर भेजना है। जब तक दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें पूरी मेहनत से इस लड़ाई को जीतना है। उन्होंने कहा कि सीनियर डाॅक्टर वाॅर्डों में अनिवार्य रूप से बेड टू बेड राउण्ड लगायें और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध करायें, जिससे मृत्यु दर और कम हो तथा लोगों में विश्वास पैदा हो। जिला प्रशासन साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करे। होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना मरीजों से प्रतिदिन दो बार सम्पर्क किया जाये। गम्भीर मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के साथ ही डोर टू डोर सर्वे तथा काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग गहनता से की जाये।
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श्री योगी ने कहा कि हमें प्रत्येक नागरिक का ध्यान रखना होगा और अनलाॅक-4 में कन्टेनमेन्ट ज़ोन को छोड़कर अन्य जगहों पर सभी आर्थिक गतिविधियां प्रारम्भ की जायें। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कोविड के अलावा अन्य बीमारियों का भी इलाज मरीजों को मिले। होटल, रेस्टोरेन्ट तथा बाजारों के संचालन के लिए जिला स्तर पर बैठक कर कार्ययोजना बनायी जाये। आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने के साथ ही कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाये, क्योंकि सावधानी रखकर ही कोरोना से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना से बचाव के लिए मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है। विभिन्न जनप्रतिनिधियों तथा सामाजिक संगठनों की मदद लेकर लोगों को ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ के प्रति जागरूक किया जाये।
इस अवसर पर सांसद रवि किशन तथा कमलेश पासवान, विधायक महेन्द्र पाल सिंह, विधायक विपिन सिंह, विधायक शीतल पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दूबे, मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन समेत प्रधानाचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ0 गणेश कुमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।