• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

शत्रु की इस चीज को देखकर मनुष्य कभी न करे अनदेखा-आचार्य चाणक्य

Desk by Desk
13/09/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार आजकल के जमाने में भी प्रासांगिक बने हुए हैं। इन सभी को जिसने भी जीवन में उतारा उसका जीवन सफल हो गया। इन नीतियों का अनुसरण करने वाले व्यक्ति को किसी भी मुश्किल परिस्थिति में फैसला लेने में मदद मिलती है। इसके साथ ही वो सही और गलत का फर्क करने में कभी भी कोई चूक नहीं करता। आचार्य चाणक्य की इन सुविचारों में से आज हम एक विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार शत्रु के गुण को ग्रहण करने पर आधारित है।

“शत्रु के गुण को भी ग्रहण करना चाहिए।” आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य ने अपने इस सुविचार में शत्रु के गुणों को ग्रहण करने पर जोर दिया है। आचार्य चाणक्य का कहना है कि सामने वाला भले ही आपका शत्रु क्यों न हो, लेकिन अगर वो गुणी हैं तो उसके उन गुणों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से न केवल आप अच्छे इंसान कहलाएंगे बल्कि अपने में एक और गुण को सम्मिलित कर लेंगे।

अक्सर ऐसा होता है कि व्यक्ति अपने शत्रु के गुणों की सराहना तो करता है। लेकिन उनके गुणों को अपने जीवन में सिर्फ इस वजह से नहीं उतारना चाहिए क्योंकि उसके शत्रु में ये गुण है। अगर आप भी यही सोच रखते हैं तो तुरंत इसे बदलिए। सामने वाला व्यक्ति आपका दोस्त हो या फिर दुश्मन अगर उसमें कोई भी ऐसा गुण है जो सभी को बहुत अच्छा लगता है तो उसे अपनाने में बिल्कुल भी संकोच न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि अच्छी चीजों को जीवन में उतारना अच्छा ही होता है।

गुण अच्छे ही होते हैं भले ही वो किसी ऐसे व्यक्ति में हो जिससे आप नफरत ही क्यों न करते हो। ये गुण आप किससे ग्रहण कर रहे हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता है। फर्क तो बस आपकी अच्छी सोच से पड़ता है। इसलिए आचार्य चाणक्य के अनुसार शत्रु के गुण को भी ग्रहण करना चाहिए।

Tags: chanakyachanakya nitichanakya niti in hindichanakya niti life lessonschanakya niti quoteschanakya quoteschanakya storiesJeevan Mantrashort note on chanakyaचाणक्य नीतिचाणक्य ने अनमोल विचार
Previous Post

नोएडा : शेर सिंह भाटी हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने एंकाउंटर के डर से किया आत्मसमर्पण

Next Post

राजस्थान में कोरोना के 1669 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार

Desk

Desk

Related Posts

Sawan
Main Slider

सावन में इन पर बरसेगी भोलेनाथ की कृपा, जानें कब-कब है सोमवार व्रत

08/07/2025
Tawa Paneer
फैशन/शैली

बनाएं पनीर की ये डिश, बढ़ जाएगा खाने का स्वाद

08/07/2025
Dandruff
फैशन/शैली

डैंड्रफ पर ट्राई करें ये नुस्खे, हो जाएगी छूमंतर

08/07/2025
belly fat
फैशन/शैली

तेजी से कम होगा मोटापा, डाइट में करें शामिल ये चीजें

08/07/2025
crop top
फैशन/शैली

इस टॉप पहनते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

08/07/2025
Next Post

राजस्थान में कोरोना के 1669 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार

यह भी पढ़ें

rain

मानसून की एंट्री, इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना, येलो अलर्ट जारी

20/07/2021
Forest and Wildlife Protection

8 अप्रैल से 8 मई तक चलेगा वन व वन्य जीव सुरक्षा माह

06/04/2025
akhilesh yadav

मुख्यमंत्री से न तो स्वास्थ्य व्यवस्था संभल रही है और न ही कानून व्यवस्था : अखिलेश

09/05/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version