• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

योगी सरकार में सबसे ज्यादा उत्पीड़न के शिकार किसान : अखिलेश यादव

Desk by Desk
05/11/2020
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, राजनीति, लखनऊ
0
अखिलेश यादव akhilesh yadav

अखिलेश यादव

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार में सबसे ज्यादा उत्पीड़न के शिकार किसान हुए हैं। उन्होंने कहा कि न तो उनकी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिक रही है। नहीं उनका धान क्रय केन्द्रों से भुगतान हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सिंचाई की दिक्कत अलग से है। दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज के त्योहार नज़दीक हैं, किसान परेशान है कि वह कैसे ये पर्व मनाएगा? गन्ना किसानों को चीनी मिलें पिछले सत्र का भुगतान नहीं कर रही है। यूपी में भाजपा सरकार सिर्फ सख्ती के खोखले आदेश जारी करती है, कोई उनकी परवाह नहीं करता है।

योगी सरकार ने राज्य कर्मचारियों को दिया दिवाली पर बोनस का तोहफा

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार धान की कागजी खरीद के आंकड़े पेश करती है। हकीकत यह है कि बहुत जगहों पर धान क्रय केन्द्र खुले ही नहीं है। अब तो भाजपा विधायक भी धान क्रय केन्द्रों में दलाली के आरोप लगाने लगे हैं। बिचौलिये और व्यापारी 9 सौ से एक हजार रुपये में धान खरीद रहे हैं, जबकि सरकारी निर्धारित रेट 1888 रुपये प्रति कुंतल है।

प्रदेश की 9 चीनी मिलों पर 11 अरब 70 करोड़ 48 लाख रुपये का ही अभी भी बकाया है। 14 दिन में भुगतान और बकाये पर ब्याज जोड़ने के आदेश कब जारी हुए, कब हवा में खो गए, कुछ पता ही नहीं चलता है। अभी भी राज्य के गन्ना किसानों का लगभग 10 हजार करोड़ बकाया है।

नीतीश को जनता कर रही रिटायर तो खेला इमोेशनल कार्ड : चिराग पासवान

वस्तुतः भाजपा सरकार अन्नदाताओं को फकीर मानती है। वह उसे उसी स्तर पर खड़ा देखना चाहती है। गरीब की कमाई जो बैंकों में नोटबंदी के दौर से जमा होने लगी तो बड़े घरानों की लूट में दिलचस्पी के चलते बैंकों ने भी खूब कर्ज बांट दिए। बैंक का कर्ज लेकर बड़े घराने विदेशों में भाग गए और देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था का बंटाधार कर गए।

Tags: akhilesh yadavBJP Governmentfarmershindi newsnews in hindiSamajwadi partyYogi Governmentअखिलेश यादवकिसानभाजपा सरकारसमाजवादी पार्टीसमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
Previous Post

मुनव्वर राणा की बेटी उरुषा समेत 30 कांग्रेसियों को 14 दिन के लिए भेजा जेल, शांति भंग करने का आरोप

Next Post

मथुरा :  अदालतों के कामकाज से असंतुष्ट वकीलों की हड़ताल, कामकाज रहा ठप

Desk

Desk

Related Posts

Anand Bardhan
राजनीति

नंदादेवी राजजात यात्रा की ऐतिहासिकता, विशिष्टता और मौलिकता से किसी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए: मुख्य सचिव

25/09/2025
CM Dhami inaugurated Shaheed Samman Yatra 2
Main Slider

शहीदों के परिजनों के कल्याण के लिए की जा रही है अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित- मुख्यमंत्री

25/09/2025
Kandariana
राजनीति

डीएम के निर्देश पर कंडरियाणा आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जमे हैं विभागों के वरिष्ठ अधिकारी

25/09/2025
CM Dhami visited Sahastradhara Crossing market
राष्ट्रीय

स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराता: मुख्यमंत्री

25/09/2025
Sonam Wangchuk
राजनीति

सोनम वांगचुक पर सरकार का एक्शन, लद्दाख हिंसा के बाद NGO का लाइसेंस किया रद्द

25/09/2025
Next Post
वकीलों की हड़ताल

मथुरा :  अदालतों के कामकाज से असंतुष्ट वकीलों की हड़ताल, कामकाज रहा ठप

यह भी पढ़ें

stuffed bell peppers

ठंड में चाय के साथ सर्व करें गर्मा-गर्म भरवा पनीर मिर्च

19/11/2021
शिवराज सिंह चौहान

15 महीनों में कांग्रेस ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया : शिवराज

14/10/2020
जी-विलास पसंद G-Vilas pasand

‘जी-विलास पसंद’ नाम से अमरूद की प्र​जाति का लखनऊ के किसान ने कराया पंजीकरण

14/01/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version