मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव नतीजों के बाद आज यहां आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हम हिम्मत हारने वालों में नहीं हैं और वर्ष 2023 के लिए अभी से संघर्ष शुरू करेंगे।
श्री कमलनाथ ने शाम को अपने निवास पर कांग्रेस विधायक दल के अलावा 28 उपचुनाव क्षेत्रों के कांग्रेस प्रत्याशियों, प्रभारियों और जिला अध्यक्षों की बैठक को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए श्री कमलनाथ ने कहा कि वे सभी कांग्रेसजनों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने बड़ी निष्ठा व मेहनत से इन चुनावों में काम किया है। यह सही है कि परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं आए हैं, लेकिन हम हिम्मत हारने वालों में से नहीं है। हम संघर्ष करेंगे। हम वर्ष 2023 के लिए अभी से संघर्ष शुरू करेंगे। अगला समय नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव का है, उसके लिए अभी से हम सभी को जुटना होगा।
जेपी नड्डा बोले- बिहार की जनता ने पीएम मोदी के काम पर मुहर लगाई
श्री कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी किसी भी कांग्रेसजन का सर झुकने नहीं दिया। जो कहते हैं कि कमलनाथ प्रदेश छोड़ कर चले जाएंगे, वह सुन लें कमलनाथ जीवन पर्यन्त कांग्रेसजनों के साथ मिलकर प्रदेश वासियों की सेवा करते रहेंगे।
श्री कमलनाथ ने एक मई 2018 से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने से लेकर अभी तक के सफर के बारे में बताते हुए कहा कि उनके जीवन में एक ही सिद्धांत है कि जो कुछ करो ईमानदारी से करो। उन्होंने बताया कि उन्हें सौदेबाजी का अक्टूबर माह से ही पता चल गया था, पर उन्होंने तय किया था कि वे प्रदेश में सौदेबाजी कर प्रदेश का नाम कलंकित नहीं करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो उनके सामने दो रास्ते थे। या तो वे सब छोड़कर चले जाते या यहीं रहकर प्रदेश की जनता की सेवा करते। उसी समय उन्होंने तय किया कि वे यहीं रहकर प्रदेश की जनता की सेवा करेंगे। कांग्रेसजनों को अकेला नहीं छोड़ेंगे और हर चुनौती का सामना करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर चुनाव परिणामों की समीक्षा करेंगे।
परीक्षा में न शामिल होने वाले छात्रों को भी यूपी पॉलीटेक्निक में दाखिले का मौका
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव में हार जीत होती है, लेकिन ग्वालियर चंबल संभाग में सभी लोग कहते थे कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चले जाने के पश्चात यहाँ कांग्रेस का सफाया हो जाएगा और कांग्रेस का एक कार्यकर्ता भी नहीं मिलेगा। लेकिन हम यहाँ 16 में से 7 सीटें जीते हैं ,भांडेर सीट हम सिर्फ 161 वोट से हारे।
श्री सिंह ने कहा कि श्री कमलनाथ ने बहुत ही अच्छे ढंग से प्रदेश कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं की इन चुनावों में जवाबदारी तय की। उन्होंने बेहतर ढंग से चुनाव का संचालन किया। उन्होंने ब्लॉक, मंडल, सेक्टर ,पोलिंग बूथ तक इन 28 सीटों पर संगठन खड़ा किया। श्री कमलनाथ का अनुभव, सक्रियता, चुनाव लड़ने लड़ाने के कुशल प्रबंधन पर हमें भरोसा है और हमें 2023 के लिये अभी से जुट जाना चाहिये।
बैठक में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी, सांसद नकुलनाथ ,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ,पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और अन्य नेता मौजूद थे।