देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हरिद्वार कुंभ मामले में सीएम तीरथ सिंह रावत के आदेश को रद़द कर दिया है। अब हरिद्वार कुंभ में आने वाले लोगों को 72 घंटे पहले तक की कोविड 19 निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी। यह बात बुधवार को हाईकोर्ट ने वीडियो काॅफ्रेंसिंग के बाद हुई सुनवाई के बाद मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने मीडिया से कही है। उन्होंने कहा कि कुंभ में आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना होगा।
साथ ही कुंभ आने वाले लोगों को एक और विकल्प दिया
वहीं कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही कुंभ आने वाले लोगों को एक और विकल्प दिया गया है। जिसके तहत वह कोरोना वैक्सीनेशन की सर्टिफिकेट भी दिखा सकते हैं। इसका मतलब अब आपको कुंभ में आने के लिए कोविड 19 की निगेटिव रिपोर्ट अथवा कोरोना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट आवश्यक रूप से लाना होगा। कुंभ में आने की चाह रखने वालों के पास इन दोनों में से कोई एक दस्तावेज होना जरूरी है।
श्री ओमप्रकाश मुख्य सचिव महोदय उत्तराखंड शासन ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि उच्च न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिए है कि जो भी श्रद्धालु हरिद्वार कुंभ में स्नान के लिए आएगा वह अपनी 72 घंटे पहले की कोविड- नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आएगा।#Kumbh2021 #Safekumbh#KumbhPoliceHaridwar2021 pic.twitter.com/lts4UFktn7
— Kumbh Police Haridwar 2021 (@kumbhpolice2021) March 24, 2021
राज्य सभा ने वित्त विधेयक लोक सभा को लौटाया
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि कुंभ के दौरान राज्य और केंद्र की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इसे लेकर हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार या गुरुवार को कुंभ को लेकर एसओपी भी जारी कर दी जाएगी। कोर्ट ने ये भी आदेश दिए कि मुख्य सचिव ओम प्रकाश और सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी को हरिद्वार में ही रहना होगा। साथ ही वहां की व्यवस्थाओं पर नजर रखनी होगी।
प्रदेश सरकार हरिद्वार कुंभ के दौरान कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी
बता दें कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि कुंभ में आने वालों को कोविड आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी नहीं है। कहा था कि लेकिन सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
केंद्र की ओर से चिंता जताने के बाद अब प्रदेश सरकार हरिद्वार कुंभ के दौरान कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की गाइडलाइन के हिसाब से कोविड परीक्षण किया जा रहा है और प्रदेश अपनी क्षमता के हिसाब से परीक्षण की संख्या बढ़ाएगा।
यहां प्रतिदिन 50 हजार रेपिड एंटीजन टेस्ट और पांच हजार आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार अब परीक्षण की संख्या बढ़ाने जा रही है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि परीक्षणों की संख्या को कितना बढ़ाया जाएगा।
अभी तीन शाही स्नान बाकी हैं और शाही स्नान के दौरान लाखों लोग हरिद्वार पहुंचते हैं। ऐसे में राज्य सरकार को एक ही दिन में बड़ी संख्या में परीक्षण का बंदोबस्त करना होगा या श्रद्धालुओं को आने से रोकना होगा।