• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

वट सावित्री व्रत के दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए शुभ मुहुर्त

Writer D by Writer D
07/06/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Vat Savitri Vrat

Vat Savitri Vrat

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

वट सावित्री पूजा के दिन इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है। वट सावित्री व्रत अखंड सौभाग्य और पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन महिलाओं द्वारा किया जाता है। इसी दिन शनि जयंती मनाने की भी परंपरा है।

इस बार खास बात यह है कि इस दिन सूर्यग्रहण भी लग रहा है। सुहागिन महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करके और उसके चारों ओर परिक्रमा कर सूत बांधकर व्रत करने का महत्व है। पति की लंबी आयु , परिवार की सुख शांति और खुशहाली की इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है।

ज्योतिषाचार्य पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक हिंदू धर्म में वट वृक्ष में भगवान ब्रह्मा विष्णु और महेश का वास स्थल माना जाता है। वट सावित्री के दिन सुहागन स्त्रियां बरगद के वृक्ष की पूजा कर अपने पति की दीर्घायु और परिवारिक सुख शांति, वैवाहिक जीवन की खुशहाली की कामना करती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो पत्नी इस व्रत को सच्ची श्रद्धा के साथ करती हैं, उसे न केवल पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि उसके पति के सभी कष्ट भी दूर हो जाते हैं। महिलाएं अखण्ड सौभाग्य व परिवार की समृद्धि के लिए ये व्रत करती हैं। महिलाएं इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ देकर व्रत का संकल्प लेकर वट वृक्ष के नीचे विधि विधान से वट सावित्री की पूजा करती है। अखंड सौभाग्य के लिए सूत या कलावा को बरगद के पेड़ में कम से कम 5, 11, 21, 51, या फिर 108 बार बरगद के पेड़ की परिक्रमा कर उसमें धागा बांधकर पूजा का विशेष महत्व है।

इसके अलावा वट वृक्ष के नीचे सत्यवान और सावित्री की कथा भी सुनना विशेष फलदायी माना जाता है।  शुक्ल के मुताबिक इस बार वट सावित्री के पूजा का विशेष योग बन रहा है। श्रेष्ठ पूजा का मुहूर्त सुबह 6ः 45 से लेकर 11: 55 मिनट तक रहेगा। अगर कोई इस संक्रमण महामारी में बाहर जाकर पूजा नहीं करना चाहता है तो घर में ही बरगद के पत्ते के अलावा कलश में वेदमाता गायत्री का आह्वान कर पूजा संपन्न कर सकता है।

Tags: vat savitri 2021vat savitri datevat savitri kathavat savitri puja vidhiVat Savitri Shubh MuhuratVat Savitri vrat
Previous Post

आज है सोम प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Next Post

दो ट्रेनों की टक्कर में 30 की मौत, 40 लोग घायल, रेसक्यू ऑपरेशन जारी

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami flagged off the Adi Kailash Parikrama Run
Main Slider

CM धामी ने आदि कैलाश परिक्रमा किया रन का फ्लैग ऑफ़, LOGO का किया अनावरण

21/09/2025
CM Dhami
Main Slider

युवाओं में ऊर्जा, स्वास्थ्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है ‘नमो युवा रन’: सीएम धामी

21/09/2025
Besan Face Pack
फैशन/शैली

ग्लोइंग स्किन के लिए बेस्ट है ये फेस पैक

21/09/2025
Surya Dev
धर्म

करें सूर्य चालीसा का पाठ, जीवन में भर जाएगी सुख-समृद्धि

21/09/2025
Sabudana Khichdi
Main Slider

इस बेहतरीन डिश से करें दिन की शुरुआत, टेस्ट के साथ मिलेगी हेल्थ भी

21/09/2025
Next Post
train accident in Pakistan

दो ट्रेनों की टक्कर में 30 की मौत, 40 लोग घायल, रेसक्यू ऑपरेशन जारी

यह भी पढ़ें

कभी ना दबाएं चेहरे के पिम्पल, स्किन के लिए हो सकता है हानिकारक

11/01/2022
murder

युवक ने पहले पत्नी का गला काटा, फिर खुद का भी रेता

10/08/2022
UP Board

यूपी बोर्ड के 10वीं 12वीं के एग्जाम स्थगित, जानें कब आएगी नई तारीख

15/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version