मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान अपने पांच साल का ब्यौरा रखा। उन्होंने कहा कि सदन में पांच वर्षों के दौरान की चर्चाएं अभिनंदनीय रही हैं। उत्तर प्रदेश का विधान मंडल पहला विधान मंडल है जिसने सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट पर चर्चा की। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर विशेष सत्र आयोजित कर चर्चा की गई। ऐसे तमाम चर्चाएं हुईं जो अत्यंत महत्वपूर्ण रही हैं।
योगी ने कहा कि हमने इस दौरान दीनदयाल उपाध्याय की सोच के आधार पर अंतिम व्यक्ति के लिए काम किया। प्रधानमंत्री के सबका साथ सबका विकास मूलमंत्र को साकार किया। योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं किया। हमारी सरकार को पौने पांच वर्ष होने जा रहे हैं। सही मायने में साढ़े तीन साल ही काम किया। करीब 20 महीना कोरोना ले गया। दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें कोरोना के सामने नत मस्तक हुईं। भारत देश में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों को कोरोना से ही नहीं बचाया बल्कि रोजगार को भी बचाने का काम किया। भारत के मुकाबले अमेरिका में मौत के आंकड़े ज्यादा थे। जबकि भारत की आबादी ज्यादा है। इससे यह साबित होता है कि मोदी के नेतृत्व में देश ने कोविड के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ी है। हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए जांच लैब तक नहीं थी। आज उत्तर प्रदेश चार लाख जांच हर दिन करने की क्षमता रखता है।
प्रारम्भिक काल में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के दौरान पीपीई किट, मास्क के लिए भी केंद्र पर या अन्य राज्यों पर निर्भर थे। आज उत्तर प्रदेश में सब कुछ बन रहा है। 18 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी गयी। डबल इंजन की सरकार 15 करोड़ लोगों को डबल राशन भी दे रही है। मुख्यमंत्री योगी ने महाभारत का एक प्रसंग याद दिलाते हुए कहा कि भीष्म पितामह जब सरशैया पर पड़े थे। तब उन्होंने राजा के बारे कहा था कि योग्य राजा परिस्थितियों के अनुरूप नहीं चलता। वह परिस्थितियों को अपने अनुरूप करता है। कोविड काल में भारत कोरोना के पीछे नहीं भागा है।
भाजपा नेता संतोष सिंह सपा में शामिल, बोले- गलत नीतियों की वजह से छोड़ी पार्टी
पांच साल बाद हम लोग जनता के दरबार में जाने वाले हैं। इसलिए अनुपूरक बजट लेकर आये हैं। मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि आप में से बहुत से लोग आने वाले नहीं हैं। 2022 में हम सरकार बनाएंगे। कोरोना की तीसरी लहर को भी रोकेंगे। पिछले पांच वर्षों के दौरान के कार्यकाल पर कहा कि इस दौरान एक भी दंगा नहीं हुआ है। मैं कह सकता हूँ कि देश और दुनिया की यूपी के प्रति धारणा बदली है। राज्य में कई जिलों में माफिया इतना हावी होते थे, उन पर लगाम लगा है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में कानून व्यवस्था दुरुस्त होने और अच्छा माहौल बनने से उत्तर प्रदेश में निवेश आया है। मोबाइल का डिस्प्ले स्क्रीन पहले देश में नहीं बनता था। चीन से आता था। आज हमारे उत्तर प्रदेश में डिस्प्ले बन रहा है। मल्टीनेशनल कम्पनियां उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाह रही हैं। बहुत सी कम्पनिया निवेश की हैं। देश में उत्तर प्रदेश आज दूसरी अर्थव्यवस्था है। पहले की सरकारों ने इसी प्रकार से काम किया होता तो उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर होता। यहां का प्रत्येक नागरिक इसका हक रखता है।
योगी ने कहा कि देश में 50 ऐसी योजनाएं हैं जो कभी 35, 30 नम्बर पर रहा करती थीं। 15वें नम्बर से नीचे कभी आती ही नहीं थीं। आज वे योजनाएं नम्बर एक पर हैं। प्रदेश में 17 नगर निगम हैं। उनमें से 10 शहरों को केंद्र सरकार स्मार्ट सिटी योजना में शामिल कर लिया है। उन शहरों का विकास हो रहा है। जो शहर केंद्र से छूट गए हैं, उन्हें राज्य सरकार विकसित कर रही है।
विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि डॉ लोहिया ने 60 साल पहले कहा था कि इस देश में जिस दिन कोई सरकार आम लोगों को चूल्हा देगी, बिजली, देगी, पानी देगी, स्वास्थ्य सुविधाएं देगी, शौचालय देगी, उस सरकार को 25 सालों तक दुनिया की कोई ताकत हटा नहीं पाएगी। सपा ने लोहिया के नाम को भुनाया जरूर लेकिन उनके विचारों को लेकर नहीं चले। लोहिया के सपनों को यदि किसी ने पूरा किया तो वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।