तुलसी (Tulsi) का पौधा आध्यात्मिक और कई अन्य गुणों के कारण खास है। सनातन धर्म के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। वास्तु शास्त्र में भी तुलसी को विशेष स्थान पर रखने की सलाह दी जाती है। वास्तु के अनुसार, तुलसी की मंजरी (Tulsi Manjri) बहुत शुभ होती है। इसके उचित प्रयोग से जातक का जीवन खुशहाल रहता है। वास्तु शास्त्र में तुलसी की मंजरी को लेकर खास उपाय बताए गए हैं।
ज्योतिष और वास्तु के अनुसार, कुछ पौधे ग्रहों से जुड़े होते हैं। तुलसी के पौधा का संबंध बृहस्पति ग्रह है। देवगुरु को सुख-समृद्धि का कारक माना जाता है। इसलिए यदि यह पौधा घर में लगाया जाए तो आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है। घर में तुलसी की मंजरी रखने से बृहस्पति की कृपा से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
पूजा घर
पूजाघर को सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। इस स्थान पर तुलसी की मंजरी रखने से घर में समृद्धि बनी रहती है। यह स्थान सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर माना जाता है। तुलसी की मंजरी घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बनाए रखने में मदद करती है।
तुलसी मंजरी (Tulsi Manjri) रखने की उचित दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की उत्तर-पूर्व दिशा धन को आकर्षित करने के लिए शुभ मानी जाती है। यह कोना देवता कुबेर से जुड़ा है। इस दिशा में एक बर्तन में तुलसी मंजरी रखने से धन का आगमन शुरू हो जाएगा।
बालकनी में रख दें
यदि आपके घर की बालकनी उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में है तो तुलसी मंजरी रखें। इस उपाय से घर में धन की देवी लक्ष्मी का आगमन होगा। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी।